अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राव तथा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अम्बी बिष्ट ने सुबह 11:15 बजे निरीक्षण किया तो कई विभागों में कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए

नगर निगम में कर्मचारी समय से कार्यालय नहीं पहुंच रहे है। मंगलवार को विभाग की जांच में यह खेल सामने आया। कर्मचारी समय पर कार्यालय नहीं आ रहे हैं। अपर नगर आयुक्त अरविंद कुमार राव तथा मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अम्बी बिष्ट ने सुबह 11:15 बजे निरीक्षण किया तो कई विभागों में कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए।
अपर नगर आयुक्त ने अधिष्ठान, आइजीआरएस सेल, अभियंत्रण विभाग, विधि विभाग, लेखा विभाग, कर विभाग, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार कार्यालय, संपत्ति विभाग, रेंट विभाग सहित कई अन्य विभागों में भी निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने उपस्थित रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया। 11:15 बजे तक इन विभागों के 74 कर्मचारी कार्यालय नहीं पहुंचे थे।
अपर नगर आयुक्त डॉक्टर एके राव ने बताया कि इन सभी को एक दिन अनुपस्थिति दर्ज कर दिया गया है। सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। डॉ. अरविंद कुमार राव ने कहा कि सभी का एक दिन का वेतन काटा जाएगा। हालांकि यह स्थिति केवल मुख्यालय की नहीं है। जोन कार्यालय में भी बाबू और टैक्स इंस्पेक्टर नदारत रहते है। ऐसे में लोगों को अपना काम कराने के लिए महीनों दौड़ लगाना पड़ता है।
गोमती नगर और पुराने लखनऊ में दो बड़े पम्पिंग स्टेशन बनेंगे। हर पम्पिंग स्टेशन में तीन-तीन मोटर पम्प लगाए जा रहे हैं। एक पम्प प्रति मिनट 20 हजार लीटर पानी खींचकर गोमती में गिराएगा। तीनों पम्प प्रति मिनट 60 हजार लीटर पानी खीचेंगे। इससे जल भराव कम होने की उम्मीद है। इससे गोमती नगर और पुराने लखनऊ के कुछ इलाकों में जल भराव की समस्या नहीं होगी। पिछले साल बैक फ्लो होकर पानी गोमती नगर में उफनाया था। मगर इस बार दोनों क्षेत्रों को जल भराव से बचाने के लिए काम शुरू कर दिया गया है।
तीन माह में दोनों पम्पिंग स्टेशन तैयार हो जाएंगे। दोनों स्टेशन प्रति मिनट एक लाख 20 हजार लीटर पानी नाले से खींचकर गोमती में गिराएंगे। इससे नालों में पानी नहीं रुकेगा। ओवर फ्लो भी नहीं होने पाएगा। एलडीए पुराने लखनऊ के नगरिया नाले के पास पम्पिंग स्टेशन बना रहा है। इसका काम तेजी से चल रहा है। दूसरा पम्पिंग स्टेशन गोमतीनगर विस्तार में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास नदी के बंधे पर बनाया जाएगा। यह दोनों पम्पिंग स्टेशन काफी एडवांस हैं। पम्प भी काफी हैवी हैं। इसीलिए यह पुराने पम्पिंग स्टेशनों से काफी ज्यादा पानी खींचेंगे।