उत्तर प्रदेश / बरेली: जाफराबाद क्षेत्र की ग्राम पंचायतो में हो रहा विकास के नाम पर जनता के साथ खिलवाड़

उत्तर प्रदेश /बरेली: आँँवला लोकसभा क्षेत्र के विकासखंड आलमपुर जाफराबाद की ग्राम पंचायत हररामपुर में विकास कार्य बड़े जोरों पर हैं ।लेकिन यही विकास कार्य यदि जमीनी स्तर पर देखा जाए तो जीरो हैं। यहां ग्राम प्रधान सोहनलाल कश्यप व सचिव विश्वजीत की मिलीभगत के कारण ही जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जी हां बताते चलें की गांव में शिव मंदिर पर लगा सरकारी हैंडपंप पिछले आठ महीनों से खराब है जबकि यह हैंड पंप केवल गांव वालों की ही प्यास नहीं बुझाता बल्कि प्रधानों को भी चैन की नींद सुलाता है क्योंकि हर 5 साल में जो भी नया प्रधान चुना जाता है वह पहला काम यही करता है कि नल के पाइप निकालो और घर में चारपाई बनवाओ जिसके कारण ही आज यह हैंडपंप रिबोर की स्थिति में आ चुका है और इसमें केवल दो या तीन पाइप ही बचे हैं और जब भी ग्राम प्रधान सोहन लाल कश्यप से हैंडपंप ठीक करवाने के लिए कहा जाता है तो आज या कल कह कर टाल देते हैं और यही बात ग्राम पंचायत सचिव से कही गई तो उन्होंने खातों में पैसे ना होने का हवाला दिया की ग्राम पंचायत के खाते में पैसे नहीं हैं जिसके कारण यह कार्य नहीं हो सकता ।साथ ही मंदिर जैसी धार्मिक जगह पर गंदगी की भरमार है दोनों ओर खड़ंजे पर बड़ी-बड़ी घास जमी हुई है और नालियों का पानी भी गंदगी के कारण खड़ंजे पर बहने को मजबूर है ।गंदगी व जलभराव के कारण गांव में तरह-तरह की बीमारियां भी फैल रही हैं ।वहीं सावन के पवित्र माह में श्रद्धालुओं को शिव मंदिर में आने पर काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और नल खराब होने के कारण जल चढ़ाने में भी दिक्कत होती है। अब से 3 वर्ष पहले भी जून 2017 में यही सरकारी हैंडपंप खराब हुआ था तब जनप्रतिनिधियों का ध्यान अपेक्षित होने के कारण यहां के निवासी सूर्य प्रकाश शर्मा ने अपने निजी घर से इसे ठीक करवाया था। केंद्र और राज्य की सरकार स्वच्छ भारत अभियान और जल ही जीवन है जैसे संकल्पों के साथ कार्य कर रही है। तब ऐसी स्थिति में क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सांसद व विधायक को भी गांव की स्थिति और ग्राम प्रधान व सचिव के कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में सफाई कर्मियों की नियुक्ति की गई है लेकिन यहां 5 वर्ष पहले गोपाल कश्यप सफाई कर्मी थे अब गोपाल की ड्यूटी ब्लॉक आलमपुर जाफराबाद में लगा दी गई है और अब यह भी नहीं पता की यहां का सफाई कर्मी है कौन ? इन्हीं प्रधान व सचिव की मिलीभगत से शौचालय निर्माण में भी जमकर धांधली बाजी की गई जिनके यहां पहले से शौचालय मौजूद है उनके यहां तो बना ही साथ में जो बने बनाए शौचालय थे उन्हीं की डेंटिंग पेंटिंग करके नया रूप दे दिया गया।। रिपोर्टर – परशुराम वर्मा