दो माह के बच्चे की इलाज के दौरान मौत होने पर परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। बाद में स्टाफ के समझाने पर परिजन शांत हो गए और शव लेकर चले गए गांव चिड़ियादाह निवासी संजीव कुमार ने बताया कि बुधवार दोपहर उसके दो माह के पुत्र प्रेम की तबीयत खराब हो गई थी। वह उसे दोपहर एक बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में उसका उपचार शुरू हुआ। कुछ फायदा होने पर बच्चे को वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने उसके पुत्र को नहीं देखा। इसके बाद जब देर शाम डॉक्टरों को उसने बताया तब तक बेटे की हालत फिर गंभीर हो गई है तो फिर से इमरजेंसी कक्ष में उसका उपचार शुरू हुआ। थोड़ी देर के बाद उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने इमरजेंसी के बाहर हंगामा किया। काफी देर बाद स्टाफ के समझाने पर परिजन जैसे-तैसे शांत हुए। हालांकि मामले की जानकारी पुलिस को नहीं दी गई।