मैनपुरी के भोगांव नगर पंचायत में हर बार निर्दल प्रत्याशी को अध्यक्ष का ताज मिला है। 68 साल से भोगांव पर निर्दल प्रत्याशी का ही राज है।
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के भोगांव नगर पंचायत क्षेत्र का इतिहास रहा है कि टाउन एरिया बनने के बाद से आज तक यहां से अध्यक्ष पद के लिए किसी भी पार्टी का कोई प्रत्याशी विजयी नहीं हुआ है। निर्दलीयों का ही बोलबाला रहा है। यही कारण रहा है कि सपा ने भी अपना कोई प्रत्याशी इस बार मैदान में नहीं उतारा है।
पंचायती राज एक्ट से पांच वर्ष किया कार्यकाल
आजादी के बाद से टाउन एरिया का कार्यकाल आठ वर्षों का रहा था। इसे बाद में प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने पंचायती राज एक्ट अधिनियम लागू करके पांच वर्ष का कार्यकाल सुनिश्चित कर दिया था। तीन मई 1955 में टाउन एरिया का गठन हुआ और प्रथम चेयरमैन के रूप में चिरौंजी लाल शर्मा चुने गए। वे 1955 से 1963 तक चेयरमैन रहे। तत्पश्चात छह माह के लिए राधाचरण मिश्रा चेयरमैन चुने गए। 1964 से 72 तक मिश्रीलाल दुबे ने टाउन एरिया का चुनाव जीतकर कार्यभार संभाला। 1972 से 1975 तक मिश्रीलाल दुबे के पुत्र विनायक दुबे चेयरमैन बने।
इसके पश्चात 11 अगस्त 1975 से 25 नवंबर 1988 तक सुपरसेशन रहा। 25 नवंबर 1988 को पुन: विनायक दत्त दुबे चेयरमैन चुने गए जो 25 नवंबर 93 तक चेयरमैन के रूप में कार्य करते रहे। 25 नवंबर 1993 से एक दिसंबर 95 तक पुन: सुपर सीट हो गई। एक दिसंबर 1995 को चुनाव के बाद प्रथम मुस्लिम महिला बदरून निशा बेगम चुनाव जीती और एक दिसंबर 2000 तक चेयरमैन रही।
कब कौन रहा चेयरमैन
एक दिसम्बर 2000 से 2005 तक विनायक दत्त दुबे के पुत्र देवदत्त दुबे चेयरमैन रहे। 18 नवंबर 2006 से 2011 तक निर्दलीय प्रत्याशी उपमा दीक्षित चेयरमैन बनी। 18 जुलाई 2012 को नसरीन बानो ने चुनाव जीतकर चेयरमैन की कुर्सी संभाली। 12 दिसंबर 2017 को अनुसूचित सीट होने पर खरग सिंह ने भाजपा प्रत्यासी छेदालाल को 486 वोटों से हराकर चेयरमैन बने। दो अप्रैल 2022 को खरग सिंह की मृत्यु के बाद से आज तक सुपर सीट रही।
कांग्रेस और भाजपा की लहर भी नहीं जिता सकी प्रत्याशी
आजादी के बाद जहां पूरे देश में कांग्रेस का दबदबा था। वहीं टाउन एरिया के चुनाव में मिश्रीलाल दुबे जो कि कांग्रेसी नेता थे ने भी निर्दलीय चुनाव लड़ कर ही चुनाव जीता था। पिछले चुनाव में जहां पूरे देश में भाजपा की लहर चल रही थी, वहां भाजपा प्रत्याशी छेदालाल वर्मा को निर्दलीय प्रत्याशी खरग सिंह ने 486 वोटों से पराजित करके चुनाव जीता था।
सपा ने नहीं उतारा मैदान में प्रत्याशी
समाजवादी पार्टी ने भोगांव में इस बार भी कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है और कांग्रेस से प्रियंका दिवाकर ने टिकिट मिलने के बाद भी अपना नामंकन नहीं किया है। जबकि पिछले चुनाव में खरग सिंह ने निर्दलीय चुनाव जीतकर बाद में सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। इस बार भाजपा ने एक बार फिर ब्राह्मण प्रत्याशी पर दांव खेला है। वहीं भाजपा से बागी पूर्व चेयरमैन उपमा दीक्षित भी निर्दलीय चुनाव लड़ रही हैं। बसपा ने निशारा बेगम को अपना प्रत्याशी बनाया है।