बीसलपुर में जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला गन्ना अधिकारी ने बृहस्पतिवार को गांव चुर्रासकतपुर में पंचायत विभाग के विकास कार्यों में कथित रूप से किए गए घोटाले की जांच की। जांच के दौरान दो पक्षों में नोकझोंक और कहासुनी हुई। दोनों पक्षों में झगड़ा होते-होते बचा। स्थिति देख अधिकारी बिना जांच किए ही चले गए।
गांव के कुछ लोगों ने काफी समय पूर्व तत्कालीन जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार से शिकायत करते हुए कहा था कि उनके गांव में पंचायत विभाग से कराए गए कामों में जमकर गोलमाल किया गया है। विकास के लिए आई धनराशि में से अधिकांश धनराशि हड़प ली गई है। विकास कार्य में नाममात्र को ही धनराशि लगाई गई।
तत्कालीन जिलाधिकारी ने मामले की जांच जिला गन्ना अधिकारी डॉ.खुशीराम भार्गव और शारदा सागर खंड के सहायक अभियंता विशाल मिश्रा को संयुक्त रूप से सौंपी थी। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को गांव जाकर शिकायतों की जांच की। विकास कार्यों का भी मौका मुआयना किया। विकास कार्यों के फोटो खींचे और वीडीओ भी बनाया। अधिकारियों ने गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिकायतकर्ता और काम कराने वाले दोनों पक्षों के बयान लिए। ग्राम विकास अधिकारी रितेश शुक्ला से जानकारी ली। जांच के दौरान दोनों पक्षों में नोकझोंक और कहासुनी होने लगी।
यह देख अधिकारी चले गए। जांच करने वाले ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे झंकार सिंह ने बताया कि जांच अधिकारी ने जांच स्थल पर उन्हें नहीं बुलाया था। नियमानुसार उन्हें बुलाया जाना चाहिए था। यह भी आरोप लगाया कि जांच निष्पक्ष नहीं हुई है। वह शुक्रवार को पीलीभीत जाकर जिलाधिकारी से जांच निष्पक्ष न होने की शिकायत करेंगे। उधर जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि जांच पूरी कर ली गई है। जांच रिपोर्ट शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय में जमा कर दी जाएगी।