पीलीभीत में परिवहन विभाग की ओर से दिवाली पर यात्रियों की सुविधा के लिए अतिरिक्त बसें लगाने का दावा किया गया था, लेकिन यह दिवाली की पूर्व संध्या पर ही हवा हो गया। यात्रियों को घंटों इंतजार के बाद भी रोडवेज बसें नहीं मिलीं तो उन्हें अपने घर जाने के लिए डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ा।
शुक्रवार से शुरू हुए पांच दिवसीय महापर्व धनतेरस, नर्क चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज अपने परिवार के साथ मनाने के लिए जिले के बाहर नौकरी, कारोबार या अन्य काम से रहने वाले लोग घर लौट रहे थे। उन्हें अपने गंतव्य के लिए आसानी से बसें नहीं मिल पा रही थीं। इसके चलते उन्हें काफी देर तक इंतजार करने के बाद डग्गामार वाहनों से सफर करने को मजबूर होना पड़ा।
यात्री अगर किसी बस में चढ़ भी जाते तो भीड़ की वजह से उन्हें बैठने के लिए सीट तक नहीं मिल पा रही थी। इसके चलते उन्हें खड़े होकर ही सफर करना पड़ा। दिवाली पर्व पर लोग घरों पर जाने के लिए रोडवेज के अलावा नौगवां चौराहे, असम चौराहे पर बसाें का इंतजार करते रहे। स्थानीय डिपो की ओर से भी यात्रियों को किसी तरह की कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गईं।