पीलीभीत में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा की गई एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी के मुताबिक करीब 1 साल पहले ही मर चुके अनुदेशक का बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा तबादला कर दिया गया है। तबादला आदेश सामने आने के बाद अब यह पूरा मामला चर्चा का विषय बना है।
एक साल पहले हो गई थी मौत
दरअसल बीसलपुर कस्बे के रहने वाले अनुदेशक और मेडिकल संचालक हरीश गंगवार कि करीब 1 वर्ष पूर्व संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हरीश गंगवार का शव बरेली जिले की एक नहर में पड़ा मिला था। पीलीभीत के बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह द्वारा 13 जुलाई को अनुदेशकों के स्थानांतरण किए गए स्थानांतरण में मृतक अनुदेशक हरीश गंगवार को रामपुरा उच्च प्राथमिक विद्यालय से हटाकर उच्च प्राथमिक विद्यालय कुमिरखा मे तैनात कर दिया गया।
बत्तख अनुदेशक की सेवा समाप्त ना करके अधिकारियों द्वारा उसका तबादला किए जाने का मामला विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है, तो वहीं मृतक अनुदेशक के स्थानांतरण का मामला संज्ञान में आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
मामले पर बोले बीएसए
पीलीभीत के बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित कुमार सिंह ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया पोर्टल पर ऑनलाइन डाटा के आधार पर ट्रांसफर किए गए थे किसी कारण से मृतक अनुदेशक का डाटा डिलीट नहीं हो पाया था मामला संज्ञान में आने के बाद डाटा को डिलीट करा दिया गया है।