पीलीभीत के जिले का पर्यटन अब और रफ्तार पकड़ेगा। भूमि पूजन समारोह में पर्यटन से जुड़े 39 करोड़ के आठ प्रोजेक्ट धरातल पर आए हैं। इन प्रोजेक्ट के शुरू होने से जिले में सैलानियाें की संख्या बढ़ेगी। दावा है कि करीब 200 लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
बांसुरी और टाइगर रिजर्व से जिले की पहचान है। इसके अलावा गोमती उद्गम स्थल, चूका बीच, सप्त सरोवर व अन्य स्थान हैं। जहां पूरे वर्ष भर लोग घूमने आते हैं। जिले के पर्यटन को और विस्तार देने के लिए इंस्वेटर्स समिट में एमओयू साइन किए गए थे।
सोमवार को भूमि पूजन समारोह में उपायुक्त उद्योग ने बताया कि पर्यटन से जुड़े आठ प्रोजेक्ट धरातल पर आ गए हैं। इन पर काम शुरू हो गया है। इससे करीब 200 लोगों को रोजगार मिलेगा। साथ ही जिले के पर्यटन को रफ्तार मिलेगी। जंगल से जुड़े दो प्रोजेक्ट भी धरातल पर आए हैं। इससे 56 लोगों को रोजगार मिलने का दावा किया गया है।
चूका बीच पर जुटते हैं सैलानी
पीलीभीत टाइगर रिजर्व आने वाले पर्यटक चूका बीच जरूर घूमते हैं। जंगल भ्रमण में सैलानियों को बाघ, तेंदुआ, चीतल, बारहसिंघा, भालू आदि के दीदार होते हैं। विभागीय आंकड़ों के अनुसार पीलीभीत टाइगर रिजर्व में मौजूदा समय में 72 बाघ, 101 तेंदुए, 190 भालू, 845 बारहसिंघा, 28257 चीतल, 753 मगरमच्छ मिलाकर करीब एक लाख वन्य जीव हैं। वन्य जीवों के संरक्षण के लिए टाइगर रिजर्व में कई काम कराए जा रहे हैं।