पीलीभीत के माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव डगा में एक सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है। लेकिन यहां पर बाघों की चहलकदमी कम नहीं हो पा रही है। लगातार वन विभाग भी बाघों की निगरानी कर रहा है। अभी तक तो बाघ खेतों में विचरण कर रहे थे। लेकिन अब आबादी के बिल्कुल किनारे एक बाघ पहुंच चुका है।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में इन दिनों बाघों का आतंक देखने को मिल रहा है। जंगल से निकलकर ये बाघ ग्रामीण इलाकों में चहलकदमी कर रहे हैं। बाघों को घरों के पास देखकर अब ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
टाइगर रिजर्व से सटे डगा गांव में बकरी का शिकार करने के बाद अभी भी बाघ वहीं पर डेरा जमाए हुए है। डगा मोड पर आबादी के निकट फिर से बाघ की चहलकदमी देखी गई। जब बकरी के पास में कुत्ता पहुंचा तो बाघ ने उसे दौड़ा दिया। अभी भी क्षेत्र में दहशत बनी हुई है।
एक हफ्ते से हो रही है बाघ की चहलकदमी
माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव डगा में एक सप्ताह से भी अधिक समय बीत चुका है। लेकिन यहां पर बाघों की चहलकदमी कम नहीं हो पा रही है। लगातार वन विभाग भी बाघों की निगरानी कर रहा है। अभी तक तो बाघ खेतों में विचरण कर रहे थे। लेकिन अब आबादी के बिल्कुल किनारे एक बाघ पहुंच चुका है।
बाघ ने बकरी को बनाया शिकार
गुरुवार को बाघ ने एक बकरी का शिकार कर लिया। शुक्रवार सुबह को भी बकरी के निकट एक कुत्ते ने जाने का प्रयास किया तो बाघ कुत्ते पर दौड़ पड़ा। बाघ के इस तरह के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है।
बाघ के आतंक से लोगों में दहशत
जिस स्थान पर बाघ की मौजूदगी है। वह स्थान आबादी क्षेत्र है। गाड़ियां भी बिल्कुल मुख्य सड़क के किनारे हैं। प्रतिदिन हजारों वाहन यहां से गुजरते हैं। मोटरसाइकिल सवारों को भी यहीं से जाना पड़ता है। ऐसे में बाघ के खतरे से लोग काफी डरे हुए हैं। बराही वन क्षेत्र के डिप्टी रेंजर शहीर अहमद ने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से बाघ की निगरानी की जा रही है।