पीलीभीत के डिग्री कॉलेज में घुसा बाघ, देखते ही गार्ड का छूटा पसीना, गांव में दहशत का माहौल

बाघ दिन में ही एक गांव से दूसरे गांव विचरण करता रहा। बाद में शाम को एक डिग्री कालेज के किनारे पहुंच गया। देखते ही देखते बाघ ने कालेज की दीवार पर छलांग लगा दी और अंदर पहुंच गया। इससे पूरे इलाके में खलबली मच गई। कालेज के अंदर मौजूद गार्ड को ठंड में पसीना आ गया। जैसे तैसे गार्ड ने अपनी जान बचाई।

बाघ दिन में ही एक गांव से दूसरे गांव विचरण करता रहा। बाद में शाम को एक डिग्री कालेज के किनारे पहुंच गया। देखते ही देखते बाघ ने कॉलेज की दीवार पर छलांग लगा दी और अंदर पहुंच गया। इससे पूरे इलाके में खलबली मच गई। कॉलेज के अंदर मौजूद गार्ड को ठंड में पसीना आ गया। जैसे तैसे गार्ड ने अपनी जान बचाई माधोटांडा क्षेत्र में बाघ एक स्थान से दूसरे स्थान पर लगातार विचरण कर रहा है। डगा गांव से होता हुआ बाघ पिपरिया संतोष पहुंच गया। सोमवार रात्रि बाघ नवदिया गांव के निकट एक गन्ने के खेत में पहुंच गया।

कॉलेज के भीतर घुसा बाघ
मंगलवार पूरे दिन बाघ गांव के किनारे मौजूद रहा। शाम को बाघ एक मवेशी के पीछे-पीछे वहां से चल दिया और नवदिया गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित वीर खेड़ा गांव के किनारे पहुंच गया। गांव के पास में ही स्थित एमजेके डिग्री कॉलेज की पांच फिट ऊंची चहारदीवारी पर बाघ ने छलांग लगा दी। देखते ही देखते बाघ कॉलेज के भीतर दाखिल हो गया। कॉलेज के भीतर एक गार्ड की ड्यूटी रहती है। गनीमत यह रही कि गार्ड कॉलेज के ऊपर एक कमरे में मौजूद था। बाघ की दस्तक से गार्ड बच गया लेकिन सामने देखते ही उसे पसीना आ गया। उधर, स्थानीय ग्रामीणों को जैसे ही कॉलेज के भीतर बाघ के पहुंचने सूचना मिली। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और शोर शराबा करने लगे।

कुछ देर के बाद बाघ कॉलेज से निकलकर पास के ही गन्ने के खेत में घुस गया। ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी। देर शाम तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची। सामाजिक वानिकी के रेंजर पीयूष मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि कॉलेज में बाघ घुसने की कोई सूचना नहीं मिली है। इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।