सरकारी आवासीय विद्यालय में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा के छात्र के साथ कक्षा 12वीं के तीन छात्रों ने दुष्कर्म किया। छात्र द्वारा इसकी जानकारी मां को दी गई। एसपी को शिकायती पत्र देकर मां ने आरोप लगाया कि थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य ने शिकायत करने वाले और आरोपित चारों छात्रों का नाम विद्यालय से काट दिया है। सभी छात्रों को उनके स्वजन की सिपुर्दगी में दे दिया है। पीड़ित छात्र का नाम काटने से उसके स्वजन हैरान हैं।
प्रधानाचार्य पर मामला दबाने का आरोप
उन्होंने प्रधानाचार्य पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्र ने बताया कि 27 अगस्त की रात दस बजे 12वीं का एक छात्र उसे बुलाकर छत पर ले गया। छत पर मौजूद तीन छात्रों ने उसके साथ गलत काम किया। रात करीब साढ़े 11 बजे पीड़ित छात्र ने अपनी मां को फोन कर घटना की जानकारी दी। छात्र की मां ने आरोप लगाया कि स्कूल पहुंचने पर प्रधानाचार्य और अध्यापकों ने उसे अपने पुत्र से नहीं मिलने दिया। पुलिस से शिकायत की, लेकिन मुकदमा दर्ज करने से इन्कार कर दिया।
महिला ने एसपी को शिकायती पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। भोगांव के इंस्पेक्टर गगन कुमार गौड ने बताया कि दुष्कर्म का आरोप झूठा है। छात्रों के बीच मारपीट हुई थी। जिसकी एनसीआर शिकायतकर्ता थाने में दर्ज कर जांच की जा रही है।