बरेली-रमजान में उमराह यात्रा की ख्वाहिश रखने वाले रखें यह ध्यान

रमज़ान में उमराह यात्रा पर जाने की ख्वाहिश रखने वालों के लिये ख़बर जाने क्या फैसला किया सऊदी सरकार ने।

सऊदी अरब ने 31 मार्च से सभी हवाई अड्डों को फिर से खोलने के फैसले पर रोक लगाते हुए अब 17 मई 2021 को फ्लाइटे शुरू करने का फैसला लिया हैं।

उमराह यात्रा एक इस्लामी यात्रा है और मक्का मदीना की वर्ष के किसी भी समय किया जाता है,हर साल दुनियाभर से 19 मिलियन उमराह यात्रा पर जाते थे पर मार्च 2020 से उमराह यात्रा पर भारत सहित अन्य देशों पर रोक लगाई गई थी।

सऊदी अरब ने 31 मार्च से देश के सभी हवाई अड्डों को फिर से खोलने का फैसला किया था लेकिन कोरोनावायरस वैक्सीन डिलीवरी में देरी की वजह और दुनियाभर में तेज़ी से फैल रहे वायरस के कारण फ्लाइटे शुरू करने के समय को आगे बढ़ाते हुई 17 मई 2021 तक कर दिया हैं।अब लोग 17 मई के बाद ही सऊदी सरकार के अगले आदेश के बाद ही उमराह यात्रा पर जा सकेंगे।

सऊदी अरब ने मार्च में उमराह यात्रा पर सभी देशों के आजमीन पर रोक लगा दी थी,अभी दो तीन महीनों से सीमित संख्या में उमराह यात्रियों को अनुमति देने के लिए छूट दी गई थी।

इसी माह इस संबंध में,सऊदी एविएशन अथॉरिटी ने एक अधिसूचना जारी की थी,जिसमें उल्लेख किया गया था कि कोरोनोवायरस से प्रभावित देशो को छोड़कर सभी देशों में उड़ानों को संचालित करने की अनुमति दी जाएगी।अधिसूचित किया गया था कि जिन देशों में वायरस को नियंत्रित नहीं किया गया है, वहां के नागरिकों के मामलों की गहन जांच की जाएगी,लेकिन अब इस पर रोक लगाते हुए 17 मई को उड़ाने खोलने को कहा गया हैं।

इससे पहले, नवंबर में, लगभग 10,000 अंतर्राष्ट्रीय उमराह यात्री उमराह करने के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे, जो किंगडम और दुनिया भर में कोरोनोवायरस के बढ़ते मामलों के कारण रुका हुआ था।

बरेली हज सेवा समिति के संस्थापक पम्मी खान वारसी ने बताया कि रमज़ान शरीफ़ के महीने में पिछले वर्षों में दुनियाभर से 50 लाख से अधिक लोग उमराह यात्रा पर जाते रहे हैं वहीं भारत से 2 लाख से अधिक लोग जाते थे और उत्तर प्रदेश से लगभग 25 हज़ार लोग एवं बरेली मण्डलभर से दो हजार और बरेली ज़िले से 500 लोग उमराह यात्रा पर जाते थे पर 2021 में रमज़ान के महीने में उमराह पर जाना मुश्किल हैं, ईद के मौके पर भी लोग मदीने शरीफ़ मनाने और नमाज़ अदा करते रहे हैं लेकिन इस बार कोविड-19 के चलते जाना मुश्किल हैं। इस साल रमज़ान शरीफ़ की शुरुआत 13,14 अप्रैल से होगी और ईदुलफित्र 13 या 14 मई 2021में होगी बाक़ी चाँद दिखने पर तारीख तय होगी।

मार्च 2020 से उमराह यात्रा पर रोक लगी हुई थी उम्मीद थी कि 31 मार्च के बाद फिर से सामान्य उमराह यात्रा शुरू हो जाएगा लेकिन अब 17 मई 2021 के बाद ही खुलने की उम्मीद हैं,

रमज़ान शरीफ़ के महीने के अलावा भारत से पूरे वर्ष में ढाई से तीन लाख आजमीन उमराह यात्रा पर जाते थे और बात बरेली मण्डल की करें तो सालभर में 15 से 20 हज़ार लोग उमराह यात्रा पर जाते थे।

बरेली हज सेवा समिति के हज ट्रेनर हाजी यासीन कुरैशी ने बताया कि हदीस हैं कि रमज़ान शरीफ़ के महीने में उमराह करने का सवाब बहुत ज़्यादा हैं जैसे अल्लाह के रसूल ए पाक के साथ हज करने के बराबर का सवाब मिलता हैं इसलिये रमज़ान के महीने में उमराह करना एहम हैं।

बरेली हज सेवा समिति के महानगर अध्यक्ष हाजी उवैस खान ने कहा कि रमज़ान में उमराह यात्रा पर जाने की इच्छा बनाई थी पर अब लग रहा हैं कि पाबन्दी के चलते इस बार नहीं जा पाएंगे।