जिलाधिकारी द्वारा दो दिवसीय पर्यावरण महोत्सव का फीता काटकर किया शुभारम्भ।

पीलीभीत: जिलाधिकारी पुलकित खरे के आज दो दिवसीय पर्यावरण महोत्सव का शुभारम्भ फीता काटकर गांधी प्रेक्षागृह में किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण महोत्सव के आयोजन का मकसद पर्यावरण संरक्षण का संदेश आम जनमानस तक पहुंचाना है। जिससे लोग जागरूक होकर पर्यावरण को संरक्षित करने में अपना सहयोग करें। स्वच्छ वातावरण से ही हम सभी का भविष्य सुरक्षित होगा, उन्होंने कहा कि सभी ने अनुभव किया होगा कि विगत कई वर्षों से बारिश, ठण्डक, गर्मी सामान्य से अधिक मात्रा में हो रही है और ग्लोब वार्मिंग के कारण हमारे पर्यावरण का तापमान लगातार बढ़ रहा है, जिसके कारण समुद्र का जलस्तर नियमित बढ़ रहा है। ग्लैसियर पिघलने के कारण समुद्र के किनारे स्थित देश डूबने की स्थिति में है। अतः हम सभी को मिलकर पर्यावरण संरक्षण का कार्य करें, अधिक से अधिक पौधों का रोपण करें। उन्होंने कहा कि पर्यावरण में बहुत सी ऐसी प्रजातियां एवं वन्यजीव हैं जो हमसब की विभिन्न गतिविधियों के कारण विलुप्त होने की स्थिति में हैं इन सबको बचाना हमारा कर्तव्य है। इसके साथ ही साथ आयोजित महोत्सव में वन्य जीव रेस्क्यू विधियों का प्रस्तुतिकरण, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सहित आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके साथ ही साथ प्रेक्षागृह में उपस्थित छात्र/छात्राओं को नेचर सिनेमा पर आधारित फिल्म दिखाई गई और बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया। उक्त महोत्सव में वन विभाग व उद्यान विभाग द्वारा स्टाल लगाये गये। उक्त स्टालों से आम जनमानस विभिन्न प्रकार के पौधों की प्रजातियां एवं अन्य सामाग्री खरीद सकते हैं।
उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर पर्यावरण के विभिन्न घटकों को विशेष परिस्थितियों में संगठित करके जीवन का सृजन किया। पर्यावरण का यह प्राकृतिक सन्तुलन जिसमें पेड़, पौधे, पानी, हवा, मिट्टी, कार्बनिक व अकार्बनिक तत्वों, कीडे़ मकोड़े, जंगली जानवर, फल-फूल, सांप बिच्छू, नदी-नालों, पहाड़ों, समुद्र आदि का महत्वपूर्ण योगदान है मानव जीवन का आधार है। भारत सरकार द्वारा वन्यजीवों को बचाने हेतु विभिन्न क्षेत्र व नेशनल पार्क रिजर्व घोषित किये गये हैं। जंगल या खेत पर कार्य करते समय शोर कर जंगली जानवारों को वन क्षेत्र की ओर रास्ता दें, खेतों में आग न लगाऐं।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, डीएफओ सामाजिक वानिकी, नगर मजिस्टेªट, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।