व्यंग्यवाणों का अचूक संग्रह है ‘अचूकवाणी’

पीलीभीत जनपद के पूरनपुर नगर के शिव शक्तिधाम मंदिर पर आयोजित कार्यक्रम में कवि व पत्रकार सतीश मिश्र ‘अचूक’ की पुस्तक ‘अचूकवाणी’ का विमोचन पुस्तक को देवार्पण करने के बाद किया गया। जिला पंचायत की नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ दलजीत कौर, पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ विनोद तिवारी और पूरनपुर के भाजपा विधायक बाबूराम पासवान, व्यापारी नेता हंसराज गुलाटी, कवि रचित दीक्षित, पत्रकार नवीन अग्रवाल, फूलबाबू, आदि ने विचार रखते हुए पुस्तक को जनउपयोगी बताया। वक्ताओं ने कहा कि इसमें समसामयिक विषयों पर व्यंग्य वाणों का संकलन है। भक्ति रचनाओं की भी बहुलता है। इसे कोविड की दूसरी लहर का दर्पण बताया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष के पति भाजपा नेता गुरभाग सिंह ने निकट भविष्य में कवि सम्मेलन कराने की घोषणा की। कवि प्रदीप मिश्र ने अचूकवाणी पुस्तक की कविताओं के शीर्षकों पर रचित कविता सुनाई। इससे पहले भूमिका लेखक पंडित रामावतार शर्मा ने पुस्तक के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि इस पुस्तक को हाथ में लेकर पूजा भी की जा सकती है और व्यवस्था पर सटीक व अचूक प्रहार किया है। पीलीभीत की सुंदरता का अभ्यास भी कवि ने अपनी रचनाओं में कराया है। देव पूजा के बाद पुस्तक की प्रतियां मौजूद लोगों में निशुल्क वितरित की गई। रचनाकार सतीश मिश्र ‘अचूक’ ने सभी का आभार जताया और कहा कि उनकी यह चौथी पुस्तक अमेजन आदि पर भी उपलब्ध है। भूमिका लेखक पंडित राम अवतार शर्मा व अतिथियों को कार्यक्रम में सम्मानित भी किया गया।
सबसे पहले सुबह अशोक कॉलोनी स्थित शिवालय मंदिर में रचनाकार सतीश मिश्र ‘अचूक’ ने रुद्राभिषेक किया। उसके बाद उनकी चौथी पुस्तक अचूकवाणी का विमोचन देव समर्पण के बाद किया गया। इस मौके पर विजयपाल विक्की, डॉ. राजेश अग्रवाल, डॉ. सुधाकर पांडेय, पत्रकार नवीन अग्रवाल, अहमद मियां, सौरभ पांडे, योगेश वर्मा, सादाब अली, रामनरेश शर्मा, शैलेन्द्र शर्मा, अनुज सिंह, राजकुमार राठौर,अवधेश पांडेय, फूलबाबू, कवि आलोक मिश्रा, सत्यनारायण मिश्रा, अश्वनी मिश्रा, कौशलेंद्र भदौरिया, राजेन्द्र गुप्ता, अमिताभ मिश्रा, संदीप खंडेलवाल, कौशल बाजपेई, मुरलीधर तिवारी, ध्रुवकुमार मिश्रा, निरंकार पांडेय, रामसुरेन्द्र मिश्र, राकेश मिश्र, वेद तिवारी, अंशुमाली दीक्षित, रामनाथ मिश्र, डॉ. यूआर मीत, विकास आर्या, गोविंद वर्मा, पवन, रचित दीक्षित, रवि गुप्ता नील सहित कई कवि, पत्रकार एवं गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। पुजारी पंडित अनिल पांडेय ने विचार रखे। संचालन देव शर्मा विचित्र ने किया। इस पुस्तक की प्रतियां पीसीयू चेयरमेन सुरेश गंगवार, जिलाधिकारी पुलकित खरे, डीएसओ एपी सिंह, जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह, डीजीसी मुकेश दीक्षित, धीरेंद्र मिश्रा, अशोक वाजपेयी व आरके बाजपेई एडवोकेट आदि कवि, पत्रकार व साहित्यकारों को भेंट की गईं हैं। प्रबुद्धजनों द्वारा पुस्तक की सराहना भी की जा रही है।

सवांददाता: रामगोपाल कुशवाहा