ब्रह्मांड का सबसे महंगा पदार्थ, आइये जानते है इसके बारे में

क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे महंगी चीज (Most Expensive Element) क्या हो सकती है? दुनिया की सबसे महंगी चीज (Most Expensive Element Of The Universe) की एक ग्राम की मात्रा को खरीदने में जितना पैसा (Antimatter Cost) चाहिए, उतने पैसे में दुनिया के 100 छोटे-छोटे देश आसानी से खरीदे जा सकते हैं. एंटीमैटर (Antimatter) दुनिया की सबसे बेशकीमती चीज है.

आपने कई अंग्रेजी फिल्मों में एंटीमैटर को चुराने और उसकी सुरक्षा में सुरक्षा एजेंसियों के लगने की कहानी देखी होगी. दरअसल, अंतरिक्ष यात्रा या दूसरे ग्रहों पर आने-जाने के लिए अंतरिक्ष यान में जो ईंधन पड़ता है, वो इसी एंटीमैटर (Antimatter) से बनता है. अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें ऐसा क्या मिलाते हैं, जो अंतरिक्ष यानी दूसरे ग्रह तक पहुंच जाते हैं. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला.

क्या है एंटीमैटर (What Is Antimatter)

एंटीमैटर दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ (Most Expensive Element) है. इसे आम भाषा में प्रतिपदार्थ भी कहा जाता है. इसे बनाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है. वैज्ञानिक जानकारियों के अनुसार, तमाम कोशिशों के बावजूद इसके सिर्फ 309 एटम (Atom) बनाए जा सके हैं. जनवरी 2011 में अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी (American Astronomical Society) ने बताया कि यह थंडरस्टॉर्म क्लाउड्स (Thunderstorm Clouds) की ऊपरी लेयर में भी पाया जाता है.

एंटीमैटर की कीमत (Antimatter Cost) की बात करें तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. अगर इसे एक ग्राम बेचा जाए तो दुनिया के 100 छोटे-छोटे देशों को खरीदा जा सकता है. इसमें पाकिस्तान (Pakistan) जैसे दो देश खरीदे जा सकते हैं. इसकी 1 ग्राम की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपये है. इसे दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है.

नासा (NASA) की मानें तो एंटीमैटर को तैयार करने में सबसे ज्यादा रुप खर्च होते हैं. इसलिए भी इसकी कीमत ज्यादा है. आंकड़ों की मानें तो 1 मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने में 160 करोड़ रुपये लगते हैं.

जिस जगह पर एंटीमौटर का उत्पादन किया जाता है, वहां विश्व की सबसे अच्छी और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रखी जाती है. दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था भी इसे प्रदान की जाती है. इतना ही नहीं, नासा जैसे संस्थानों में भी इसे रखने के लिए अमेरिका (America) की सबसे बेहतरीन सुरक्षा एजेंसी लगी रहती है.

वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर धरती की बात की जाए तो एंटीमैटर किसी काम का नहीं है लेकिन अंतरिक्ष (Space) से जुड़े किसी भी काम के लिए एंटीमैटर बहुत बेशकीमती है. अंतरिक्ष में Black Hole द्वारा तारों को दो हिस्सों में चीरने की घटना में एंटीमैटर उत्पन्न होता है. बहरहाल एंटीमैटर किसी भी लिहाज से धरती और अंतरिक्ष के लिए इतना बेशकीमती है कि कोई भी इसे पाने के लिए हर संभव रकम देने को तैयार हो जाएगा.

आपने कई अंग्रेजी फिल्मों में एंटीमैटर को चुराने और उसकी सुरक्षा में सुरक्षा एजेंसियों के लगने की कहानी देखी होगी. दरअसल, अंतरिक्ष यात्रा या दूसरे ग्रहों पर आने-जाने के लिए अंतरिक्ष यान में जो ईंधन पड़ता है, वो इसी एंटीमैटर (Antimatter) से बनता है. अब आप सोच रहे होंगे कि इसमें ऐसा क्या मिलाते हैं, जो अंतरिक्ष यानी दूसरे ग्रह तक पहुंच जाते हैं. चलिए आपको बताते हैं पूरा मामला.

क्या है एंटीमैटर (What Is Antimatter)

एंटीमैटर दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ (Most Expensive Element) है. इसे आम भाषा में प्रतिपदार्थ भी कहा जाता है. इसे बनाना मुश्किल ही नहीं बल्कि असंभव है. वैज्ञानिक जानकारियों के अनुसार, तमाम कोशिशों के बावजूद इसके सिर्फ 309 एटम (Atom) बनाए जा सके हैं. जनवरी 2011 में अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी (American Astronomical Society) ने बताया कि यह थंडरस्टॉर्म क्लाउड्स (Thunderstorm Clouds) की ऊपरी लेयर में भी पाया जाता है.

एंटीमैटर की कीमत (Antimatter Cost) की बात करें तो आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी. अगर इसे एक ग्राम बेचा जाए तो दुनिया के 100 छोटे-छोटे देशों को खरीदा जा सकता है. इसमें पाकिस्तान (Pakistan) जैसे दो देश खरीदे जा सकते हैं. इसकी 1 ग्राम की कीमत 31 लाख 25 हजार करोड़ रुपये है. इसे दुनिया का सबसे महंगा पदार्थ माना जाता है.

नासा (NASA) की मानें तो एंटीमैटर को तैयार करने में सबसे ज्यादा रुप खर्च होते हैं. इसलिए भी इसकी कीमत ज्यादा है. आंकड़ों की मानें तो 1 मिलीग्राम एंटीमैटर बनाने में 160 करोड़ रुपये लगते हैं.

जिस जगह पर एंटीमौटर का उत्पादन किया जाता है, वहां विश्व की सबसे अच्छी और पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रखी जाती है. दुनिया में सबसे ज्यादा सुरक्षा व्यवस्था भी इसे प्रदान की जाती है. इतना ही नहीं, नासा जैसे संस्थानों में भी इसे रखने के लिए अमेरिका (America) की सबसे बेहतरीन सुरक्षा एजेंसी लगी रहती है.

वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर धरती की बात की जाए तो एंटीमैटर किसी काम का नहीं है लेकिन अंतरिक्ष (Space) से जुड़े किसी भी काम के लिए एंटीमैटर बहुत बेशकीमती है. अंतरिक्ष में Black Hole द्वारा तारों को दो हिस्सों में चीरने की घटना में एंटीमैटर उत्पन्न होता है. बहरहाल एंटीमैटर किसी भी लिहाज से धरती और अंतरिक्ष के लिए इतना बेशकीमती है कि कोई भी इसे पाने के लिए हर संभव रकम देने को तैयार हो जाएगा.

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