जैकी श्रॉफ 1 फरवरी को अपना 66वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका असली नाम जय किशन काकूभाई श्रॉफ है। करीब 4 दशकों से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे जैकी श्रॉफ ने हिन्दी के अलावा तमिल, मराठी, बंगाली, कन्नड़, तेलुगू, मलयालम और पंजाबी सहित दूसरी भाषाओं में फिल्में की हैं। फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले जैकी श्रॉफ ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे। आज उनके पास दौलत-शोहरत सब है लेकिन एक वक्त ऐसा था जब वह मुंबई के तीन बत्ती में चॉल में रहा करते थे। तब भी जैकी लोगों की बहुत मदद करते थे और उन्हें प्यार से लोग जग्गू दादा बुलाते थे।
परिवार की स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से जैकी श्रॉफ ने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। उन्होंने 11वीं तक पढ़ाई की और जॉब करने लगे। उन्हें खाना बनाने का शौक था तो एक दिन वह ताज होटल में काम के लिए पहुंचे लेकिन उन्हें कोई काम नहीं मिला। एक बार वह बस स्टैंड पर खड़े थे उनकी कद काठी को देखते हुए एक शख्स ने मॉडलिंग का ऑफर दिया। जैकी श्रॉफ को तब इस बारे में कुछ पता नहीं था। उन्होंने उससे पूछा क्या इसके लिए उन्हें पैसे मिलेंगे। और इस तरह उनका मॉडलिंग करियर शुरू हो गया।
जैकी श्रॉफ को कड़ी मेहनत के बाद सुभाष घई की फिल्म ‘हीरो’ में मौका मिल गया। वह फिल्म सुपरहिट हो गई और फिर जैकी श्रॉफ चल निकले। अपने पिता के बारे में बात करते हुए टाइगर श्रॉफ ने एक आर्टिकल में लिखा था, ‘पहली फिल्म के बाद मेरे पिता रातों-रात सुपरस्टार बन गए थे। इसके बाद भी करीब 5-6 साल वह चॉल में ही रहे थे। चॉल में रहने वाले सभी लोगों के लिए एक ही बाथरूम होता था और सुबह सबका एक ही काम होता था लाइन में लगकर इंतजार करना।
टाइगर ने कहा कि ‘मुझे लगता है कि हम दोनों बिल्कुल अलग हैं। मैं स्पोर्ट्स और फिटनेस को काफी महत्व देता हूं। आर्मी लाइफस्टाइल जैसा लेकिन वह बिंदास और फिटनेस को लेकर कूल हैं।’
जैकी श्रॉफ के करियर की हिट फिल्मों में ‘सौदागर’, ‘राम लखन’, ‘त्रिदेव’, ‘परिंदा’, ‘बॉर्डर’, ‘रंगीला’, ‘अग्निसाक्षी’, ‘खलनायक’ और ‘शपथ’ सहित अन्य हैं।