फर्रुखाबाद जिले के मुखिया ने दवा खाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का किया शुभारंभ


10 अगस्त, 2023 जिलाधिकारी संजय सिंह, पुलिस अधीक्षक विकास कुमार, सीएमओ डॉ अवनींद्र कुमार , सीडीओ अरविंद मिश्र ने गुरुवार को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कर फाइलेरिया उन्मूलन (मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) कार्यक्रम का उद्घाटन किया । उन्होंने उपस्थित लाभार्थियों को भी स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही फाइलेरिया से सुरक्षित रखने की दवाएं  खिलवायीं । जिलाधिकारी ने कहा कि हम सब जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।  इस अवसर पर जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी  डॉ.अवनींद्र कुमार ने  बताया कि  जनपद  में अब
तक  1013 फाइलेरिया और  482 हाइड्रोसील रोगियों को चिन्हित किया गया है। इस कार्यक्रम मे जनपद  में 22.03 लाख  लक्षित लाभार्थियों को 3658 स्वास्थ्यकर्मियों के माध्यम से बूथ एवं घर-घर  जाकर दवाओं का सेवन करवाया जाएगा।  दवाओं का वितरण बिलकुल भी नहीं किया जायेगा । इन दवाओं का सेवन खाली पेट नहीं करना है । दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को यह दवाएं नहीं खिलाई जाएंगी। सीएमओ ने लोगों से अपील की कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए और फाइलेरिया के पूर्ण उन्मूलन के लिए हम सब यह प्रयास करें कि इस बार शत-प्रतिशत लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाई जाएं । सीएमओ ने बताया कि अभियान की सफ़लता के लिए जिला स्तर से अधिकारी भी लगाए गए हैं जो अभियान पर बारीकी से नज़र रखेंगे l नवाबगंज ब्लॉक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दलवीर सिंह, शहरी क्षेत्र में डॉ रंजन गौतम, शमसाबाद में डॉ उमेश चंद्र, राजेपुर में डॉ सर्वेश यादव,मोहम्दाबाद में डॉ मलिक आलमगीर, कमालगंज मेंउप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर सी माथुर, बरौन में डॉ दीपक कटारिया और कायमगंज ब्लॉक में डीएमओ नौशाद अली को अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गयी है l वेक्टर बार्न डिजीज के नोडल अधिकारी डॉ यू सी वर्मा  ने बताया कि इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के दिशा-निर्देश के अनुपालन में जनपद से सभी ब्लाक और गाँव तक समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी नौशाद अली ने बताया  कि  फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम में पेट के कीड़ेनिकालने की दवा एल्बेंडाजोल भी खिलाई जाती है।यह दवा सीधे तौर पर बच्चों के शारीरिक और बौद्धिक विकास में सहायक होती है। उन्होंने बताया कि सामान्यत: लोगों को इन दवाओं को खाने से किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नहीं होते हैं और अगर किसी को दवा खाने के बाद उल्टी, चक्कर, खुजली या जी मिचलाने जैसी शिकायत होती है तो यह इस बात का प्रतीक है कि उस व्यक्ति के शरीर में  फाइलेरिया के पर जीवी मौजूद हैं।  सामान्यतः यह लक्षण थोड़ी देर में स्वतः समाप्त हो जाते है परंतु ऐसी किसी भी परिस्थिति के लिए प्रशिक्षित रैपिड रिस्पांस टीम तैनात है और उसे तुरंत उपचार के लिए बुलाया जा सकता है । फाइलेरिया निरीक्षक दीपांशु यादव ने बताया कि बृहस्पतिवार को चले अभियान के दौरान कायमगंज में नगर पालिका अध्यक्ष डॉ शरद गंगवार, ब्लॉक प्रमुख अनुराधा दुबे ने दवा खाकर अभियान की शुरुआत कीl विभागों में चले अभियान के दौरान 821 लोगों ने ज़िला स्तर पर फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन किया इस अवसर पर उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर सी माथुर, डॉ. दीपक कटारिया, फाइलेरिया निरीक्षक दीपांशु यादव, मलेरिया निरीक्षक नरजीत कटियार, डीपीएम कंचन बाला,विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. नित्यानंद ठाकुर, पीसीआई से डीएमसी सुहैब रजा , सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं स्थानीय मीडिया सहयोगी भी उपस्थित थे ।