जनपद की सीमा उत्तराखंड से मिली होने के चलते दो राज्यों के लोग पीलीभीत रेल खंड पर यात्रा करते हैं। इस लिहाज से पीलीभीत का रेलवे स्टेशन प्रमुख माना जाता है। आमान परिवर्तन के बाद रेलवे स्टेशन का कायाकल्प करने पर जोर दिया जाने लगा था। चार माह पूर्व अमृत भारत स्टेशन योजना में पीलीभीत रेलवे स्टेशन को शामिल कर बजट जारी कर दिया गया।
रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने के लिए 16.7 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया। स्टेशन को खूबसूरत रूप देने के साथ सर्कुलेटिंग क्षेत्र का विस्तार करने की योजना बनाई गई तो टिकट विंडो और कार्यालयों को भी सुंदर स्वरूप देने के लिए फॉल सीलिंग लगाने का निर्णय किया गया।
इसके अलावा स्टेशन के रास्तों को चौड़ा करने, परिसर में लिफ्ट की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय किया गया। चार माह पहले कार्य शुरू किया गया पर बाद में तोड़फाेड़ के बाद कार्य रोक दिया गया। अब चार माह बाद कार्य को दोबारा शुरू किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद पीलीभीत रेलवे स्टेशन की सूरत बदल जाएगी। इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि कार्य जल्द पूरा हो जाए इसके लिए अब तेजी से काम होगा।