अपनी मांगो को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक, BSA बोली कार्रवाई से बचने और दबाव बनाने के लिए किया जा रहा धरना, शिक्षक पति-पत्नी पर हुई है कार्रवाई
मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र में खंड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय के बाहर शिक्षक अपनी मांगों को लेकर बीते तीन दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं धरना प्रदर्शन को लेकर शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों ने धरना कर रहे शिक्षकों को लेकर अपनी सफाई दी है। उन्होंने बताया कि धरना प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों की मांगे मान ली गई है। लेकिन शिक्षक दबाव बनाने के लिए और कार्रवाई से बचने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका गुप्ता ने बताया कि शिक्षक संगठन के तथाकथित जिला संयोजक अरुण यादव विकासखंड मैनपुरी के कंपोजिट विद्यालय खटिकपुर पर तैनात जो कि बीते तीन दिनों से शिक्षकों की समस्याओं को लेकर बिना अनुमति के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे। जिसमें अरुण यादव स्वयं पर तथा उनकी पत्नी रीना यादव जो की कुरावली विकासखंड के लखौरा में तैनात हैं। उनके ऊपर हुई विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए शिक्षकों को बरगलाकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि शिक्षकों की जो मांगे हैं। वह विभाग ने पहले ही मान ली है।
विद्यालय में अनुपस्थित रहती है शिक्षक की पत्नी
BSA दीपिका गुप्ता ने बताया कि शिक्षक अरुण यादव की पत्नी रीना यादव जो लखौरा के प्राथमिक विद्यालय में तैनात हैं जो अपने पति की नेतागिरी के चलते बहुत ही काम विद्यालय जाती है। जो कि विद्यालय में एक महीने में दो दिन जाकर 15-15 दिन के हस्ताक्षर एक साथ कर देती हैं। जांच के दौरान शिक्षका रीना यादव 24 जून 2022 से 29 जून 2022 तक बिना सूचना की अनुपस्थित पाई गई थी। जिसको लेकर तत्कालीन बीएसए कमल सिंह द्वारा उनका वेतन काटने की आदेश दिए गए थे। इसके बाद भी बीते 3 सितंबर 2022 के निरीक्षण के दौरान वह एक दिन पहले से अनुपस्थित पाई गई थी। जिसकी जांच में भी उनके अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने की कार्रवाई की गई थी।
विद्यालय में फैली अनियमिताएं, शिक्षका नहीं जाती स्कूल
शिक्षिका की लापरवाही और क्षेत्रीय लोगों से मिल रही शिकायत को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी 26 जुलाई 2023 को सुबह 8 बजे लखोरा विद्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने जांच में पाया की। शिक्षका रीना यादव बिना किसी सूचना से 21 जुलाई 2023 से विद्यालय में अनुपस्थित है। शिक्षिका के बारे में जब आसपास के लोगों से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि शिक्षा का महीने में कभी गवरी स्कूल आती है। अपने पूरे महीने के हस्ताक्षर करके चली जाती हैं।
विद्यालय में गंदगी के लगे अंबार, एमडीएम का नहीं बनता भोजन
शिक्षिका के स्कूल में न मिलने के बाद जांच करने गई टीम ने विद्यालय की स्थिति का जायजा लिया। जिसमें दूध वितरण तक की कोई व्यवस्था नहीं थी। किचन इतना गंदा पड़ा हुआ था। जिसे देखकर मालूम पड़ रहा था कि विद्यालय में एमडीएम का खाना कई दिनों से बना ही नहीं। जांच पड़ताल के दौरान पाई गई कमियों के चलते शिक्षिका रीना यादव का 1 अगस्त 2023 से अग्रिम आदेश तक 1 साल का वेतन रोक दिया गया।
शिक्षक अरुण यादव की ग्रामीणों ने किया शिकायत
बीएसए दीपिका गुप्ता ने बताया कि शिक्षक जिस जगह तैनात है। उसे मौजे से शिक्षक भाई चुनाव लड़ता है, जो की चुनाव हार गया था। जिस कारण वह विद्यालय को समय न देकर पूरे दिन गांव में राजनीति करते हैं। जिससे बच्चों का भविष्य अंधकार मय हो रहा है। शिक्षक द्वारा अपने गांव में एक डिग्री कॉलेज का भी संचालन किया जा रहा है। शिक्षक अरुण यादव के स्कूल का निरीक्षण किया गया था। उस दिन भी शिक्षक अपने विद्यालय पर अनुपस्थित मिला था।
खंड शिक्षा अधिकारी ने जिसको लेकर जब कार्रवाई की, तो शिक्षक ने खंड शिक्षा अधिकारी के साथ अभद्रता की थी। जिसकी जांच की जा रही है।