जौनपुर: पेंशन शहीद डां राम आशीष सिंह को शिक्षक एवं कर्मचारी संघ ने दिया श्रद्धांजलि

जौनपुर/खुटहन: पेंशन शहीद डां राम आशीष सिंह को शिक्षक एवं कर्मचारी ने दिया श्रद्धांजलि जौनपुर-जिले के ग्राम विकास इण्टर कॉलेज खुटहन में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के आह्वान पर शहीद हुए डॉ0 राम आशीष सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों ने यह निर्णय लिया कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा।इस दौरान जिलाध्यक्ष विनय वर्मा ने कहां की पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है जब शिक्षक और कर्मचारी 60 से 62 साल की उम्र में रिटायर हो जाता है तो पुरानी पेंशन उसके बुढ़ापे की सहारा होती है। जिसे विगत उत्तर प्रदेश की सरकारों ने 1 अप्रैल 2005 से छीन रखा है जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक हम सभी डॉक्टर साहब की शहादत को भूल नहीं सकते इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने डॉ राम आशीष सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। जिनमें राम अकबाल यादव,ईश्वर देव यादव, अरविंद कुमार यादव, लालजी यादव प्रमोद शर्मा,रामसूरत मौर्य,दीपचंद्र, ओम प्रकाश वर्मा,देवेंद्र प्रजापति, वीरेंद्र मिश्र, अमृत लाल यादव,लाल बिहारी यादव,लाल बहादुर यादव,अमित मिश्रा,ओम प्रकाश यादव,सुनील कुमार,फते बहादुर यादव, कुसुम यादव,पूनम मौर्य,सपना सिंह,मैन बहादुर सिंह,सतेंन्द्र सिंह आदि तमाम लोग उपस्थित रहे।जौनपुर-जिले के ग्राम विकास इण्टर कॉलेज खुटहन में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के आह्वान पर शहीद हुए डॉ0 राम आशीष सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुये समस्त शिक्षक एवं कर्मचारियों ने यह निर्णय लिया कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा।इस दौरान जिलाध्यक्ष विनय वर्मा ने कहां की पुरानी पेंशन बुढ़ापे की लाठी है जब शिक्षक और कर्मचारी 60 से 62 साल की उम्र में रिटायर हो जाता है तो पुरानी पेंशन उसके बुढ़ापे की सहारा होती है। जिसे विगत उत्तर प्रदेश की सरकारों ने 1 अप्रैल 2005 से छीन रखा है जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक हम सभी डॉक्टर साहब की शहादत को भूल नहीं सकते इस अवसर पर सभी शिक्षकों ने डॉ राम आशीष सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखा। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। जिनमें राम अकबाल यादव,ईश्वर देव यादव, अरविंद कुमार यादव, लालजी यादव प्रमोद शर्मा,रामसूरत मौर्य,दीपचंद्र, ओम प्रकाश वर्मा,देवेंद्र प्रजापति, वीरेंद्र मिश्र, अमृत लाल यादव,लाल बिहारी यादव,लाल बहादुर यादव,अमित मिश्रा,ओम प्रकाश यादव,सुनील कुमार,फते बहादुर यादव, कुसुम यादव,पूनम मौर्य,सपना सिंह,मैन बहादुर सिंह,सतेंन्द्र सिंह आदि तमाम लोग उपस्थित रहे।