शनिवार को उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा अपने सहयोगियों पर ही भड़क गईं। उन्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कुछ विपक्षी दलों ने भाजपा का समर्थन किया जिससे उनकी साख को ठेस पहुंचा है। हालांकि उन्होंने इससे पहले एनडीए के जगदीप धनखड़ को चुनाव जीतने पर बधाई दी।
अल्वा ने ट्वीट कर कहा, धनखड़ को उपराष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई! यह चुनाव विपक्ष के लिए एक साथ काम करने, अतीत को पीछे छोड़ने और एक-दूसरे के बीच विश्वास बनाने का अवसर था। दुर्भाग्य से, कुछ विपक्षी दलों ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा को समर्थन करने का विकल्प चुना, जो एकजुट विपक्ष के विचार को पटरी से उतार दिया है। उन्होंने आगे कहा कि विपक्षी दलों द्वारा भाजपा को समर्थन से विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचा है।
अल्वा ने कहा कि मेरा मानना है कि ऐसा करके इन पार्टियों और उनके नेताओं ने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है। यह चुनाव खत्म हो गया है। हमारे संविधान की रक्षा, हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने और संसद की गरिमा को बहाल करने की लड़ाई जारी रहेगी।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ शनिवार को भारत के नए उपराष्ट्रपति चुने गए। उन्हें विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा के खिलाफ 528 वोट मिले, वहीं अल्वा को 182 वोट मिले। बता दें कि कई विपक्षी दलों ने धनखड़ का समर्थन किया है, इनमें जनता दल (यूनाइटेड), वाइएसआरसीपी, बीएसपी, एआईएडीएमके और शिवसेना शामिल है।