बरेली-कुष्ठ के आखिरी युद्ध में दिखाएं जागरूकता


बरेली/यूपी-:-कुष्ठ रोग साथ खाने, उठने बैठने से नहीं फैलता है। यह आनुवांशिक एवं छुआछूत रोग नहीं है। समय से जांच और उपचार कराने से दिव्यांगता से भी बचा जा सकता है। राष्ट्रपिता गांधी जी की पुण्यतिथि के दिन (30 जनवरी) को राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के रूप में मनाया जाता है। 30 जनवरी को स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान मनाया जाएगा। इससे संबंधित विभिन्न कार्यक्रम 13 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. सुदेश कुमारी ने बताया कि केंद्र सरकार की यह पहल है कि सन 2022 तक कुष्ठ रोग मुक्त भारत बनाना है।
डॉ. सुदेश कुमारी ने बताया कि 30 जनवरी से 13 फरवरी तक “ स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान “ पखवाडा मनाया जाएगा । 30 जनवरी शनिवार को सुबह 11:00 बजे सीएमओ कार्यालय में सीएमओ डॉक्टर सुधीर गर्ग कुष्ठ रोगी के प्रति कलंक और भेदभाव को समाप्त करने के लिए जनता से अपील करेंगे । इस पखवाड़े के अंतर्गत ग्रामसभा प्रमुख पंचायती राज संस्थान सदस्यों द्वारा कुष्ठ रोगी के प्रति कलंक और भेदभाव को समाप्त करने की अपील की जाएगी। शुभंकर ( सपना ) के द्वारा कुछ संबंधित संदेशों का प्रचार प्रसार किया जाएगा।
उन्होंने बताया अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक 133 कुष्ठ के नए केस मिले हैं। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक 226 मरीज रोग मुक्त हो चुके हैं। वही अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक दो बच्चों में कुष्ठ रोग की पुष्टि हुई है। वहीं तीन सालों में एक भी रोगी दिव्यांगता का शिकार नहीं हुआ है। सभी कुष्ठ से ग्रसित मरीजों को कोरोना काल के दोरान स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर दवा मुहैया करवाई गई तथा निरंतर उपचार लेते रहे।
राष्ट्रीय कुष्ठ रोग निवारण कार्यक्रम का उद्देश्य –

-कुष्ठ रोग को प्राथमिक अवस्था में पहचान कर तुरंत उपचार करना ।

  • संक्रामक रोगियों का शीघ्र उपचार कर संक्रमण की रोकथाम ।
    -नियमित उपचार द्वारा दिव्यांगता से बचाव ।
    -विकृतियों का उपचार कर रोगियों को समाज का उपयोगी सदस्य बनाना।
    -स्वास्थ्य शिक्षा द्वारा समाज में इस रोग के सम्बन्ध में भ्रांतियों और गलत अवधारणाओं को दूर करना । यह है लक्षण …
    डॉ. सुदेश कुमारी ने बताया कि कुष्ठ रोग से डरने की आवश्यकता नहीं है। शरीर का कोई भी दाग धब्बा जिस पर सुन्नपन हो, उसमें खुजली न हो, पसीना न आता हो, कुष्ठ रोग हो सकता है । कान पर गांठे होना, हथेली और तलवों पर सुन्नपन होना कुष्ठ रोग के लक्षण हो सकते हैं।
    कुष्ठ रोग का इलाज…
    कुष्ठ रोग की दवा सभी सरकारी अस्पतालों में नि:शुल्क उपलब्ध होती है| राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम में कुष्ठ रोगियों के परिवार व आसपास के 10 घरों के स्वस्थ व्यक्तियों को कुष्ठ रोग से सुरक्षित रखने के लिए दवा का सेवन करवाया जाता है।

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आदर्श कुमार

संस्थापक और एडिटर-इन-चीफ