पूरनपुर में मंगलवार को जलस्तर में हुई वृद्धि से शारदा नदी उफना गई है। हालांकि इससे कटान की गति धीमी हो गई है, लेकिन नालों से होकर बाढ़ का पानी खतों में पहुंच गया है। बाढ़ खंड ने तीसरी बार फिर से बंबूक्रेट लगाने का काम शुरू कर दिया है।
करीब डेढ़ लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में आने पर एक सप्ताह पहले नदी में जबर्दस्त उफान आ गया था। अभी बनबसा बैराज से 50 से 60 हजार क्यूसेक पानी रिलीज होने पर गांव चंदिया हजारा के समीप नदी उफनाने लगी है। मंगलवार को बनबसा बैराज से नदी में 50 हजार क्यूसेक पानी रिलीज हुआ। हालांकि आबादी में जलभराव नहीं हुआ है, लेकिन आसपास के खेतों और नालों में पानी भर गया है।
ग्राम प्रधान वासुदेव कुंडू ने बताया कि नदी का जलस्तर बढ़ने से मंगलवार को कटान की गति धीमी रही। बाढ़ खंड की ओर से तीसरी बार फिर कटान रोकने के लिए बंबूक्रेट लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। इससे पहले दो बार लगाए गए बंबूक्रेट और एक बार लगाई गई वायरक्रेट नदी में समा चुकी है। बाढ़ खंड के सहायक अभियंता डीएन सिंह ने बताया कि नदी लबालब भरी चल रही है। ऊंचे स्थानों पर कटान रोकने के लिए मंगलवार को बंबूक्रेट लगवाने का काम शुरू किया गया है।
जल शक्ति मंत्री से मिलकर बताई समस्या
रालोद के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह ने शारदा की बाढ़ को लेकर जल शक्ति एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से मिलकर समस्या का समाधान कराने की मांग की। मंत्री को सौंपे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि कटान रोकने के लिए वर्ष 2016 में एक परियोजना को स्वीकृति मिली थी, लेकिन प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद यह परियोजना निरस्त हो गई। नदी चंदिया हजारा के समीप भयंकर कटान कर रही है। शीघ्र कटान नहीं रोका गया तो करीब पांच हजार से अधिक की आबादी को संकट पैदा हो जाएगा। उन्होंने कटान का सर्वे कराकर किसानों को मुआवजा दिलवाने की भी मांग की।