पीलीभीत के निजीकरण के विरोध और विभिन्न मांगों को लेकर रोडवेज कर्मियों ने स्थानीय डिपो पर प्रदर्शन किया। इसके बाद एआरएम को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांगों को जल्द से जल्द पूरा कराने की मांग की गई।यूपी रोडवेज इंपलाइज यूनियन के कर्मचारियों ने सोमवार को रोडवेज डिपो पर छह दिसंबर को बरेली में होने वाली बैठक को लेकर रणनीति तैयार की। क्षेत्रीय मंत्री रवींद्र पांडेय ने कहा कि रोडवेज के निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है जो पूरी तरह से गलत है।
उन्होंने कहा कि अनुबंधित बस मालिकाें को अपना परिचालक लगाने की अनुमति दी जा रही है, संगठन इसका विरोध करेगा। मांग की कि जैम पोर्टल के माध्यम से संविदा परिचालकों की भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए। संविदा चालकों-परिचालकों को नियमित किया जाए।
मृतक आश्रितों को तत्काल नियुक्त प्रदान की जाए। क्षेत्रीय अध्यक्ष रामकुमार उपाध्याय ने भी कई आरोप लगाए। बैठक की अध्यक्षता शाने हैदर और संचालन राहुल सक्सेना ने किया। इस मौके पर चंद्रलोक, शिव प्रकाश, चंदन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
रोडवेज कर्मियों का लगातार शोषण किया जा रहा है। उनकी मांगों को नजरअंदाज किया जाता है। जिसको लेकर अब आंदोलन किया जाएगा।- राहुल सक्सेना
रोडवेज कर्मियों की मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। जिससे उन्हें समस्या आ रही है। बुधवार को यहां के कर्मचारी बरेली धरने में पहुंचकर अपना समर्थन देंगे।- शाने हैदर