पीलीभीत में नेपाल से लाई गई युवती का धर्म परिवर्तन के साथ साथ दुष्कर्म

दिल्ली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर नेपाल से लाई गई युवती का धर्म परिवर्तन कराने, आरोपी समेत उसके भाइयों के दुष्कर्म करने के मामले में नामजद आरोपी अमजद को पुलिस ने गिरफ्तार कर चालान कर दिया।

आठ सितंबर को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने धर्म परिवर्तन की घटनाओं के विरोध में तहसील में सभा की थी। सभा में युवती ने दुखड़ा सार्वजनिक रूप से सुनाया था। उसका आरोप था कि गांव रंपुरा निवासी अमजद अक्सर नेपाल जाता था। उसने अपने को अजय बताकर उससे जान पहचान कर ली।

बाद में उसे दिल्ली में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा देकर वर्ष 2013 में भारत लेकर आया था। नौकरी न दिलाकर उसे दूसरे थाना क्षेत्र के एक गांव में अपनी बहन के घर रखा। वहां उसने उससे कई बार दुष्कर्म किया। विरोध पर तमंचा दिखाकर जान से मारने की धमकी दी।

वापस घर जाने की जिद पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई। बाद में अमजद उसे अपने रिश्तेदार के घर दूसरे कस्बे में ले गया। वहां पहुंचे अमजद के परिजनों ने उस पर अमजद से निकाह करने का दबाव बनाया।

उसकी कोर्ट मैरिज अमजद के सबसे बड़े भाई और चार बच्चों के बाप फिरोज खां से कराई गई। बाद में उसे बरेली ले जाकर धर्म परिवर्तन कराया गया। संरक्षित पशु का मांस जबरिया खिलाया गया। बाद में उसे क्षेत्र के एक गांव लाया गया। गांव में फिरोज के भाई चंगेज खां ने कई बार दुष्कर्म किया। विरोध पर उसकी पिटाई की गई।

शिकायत पर उसके ऊपर तलवार से हमला कर घायल कर दिया गया। बमुश्किल बचकर नेपाल चली गई। अगले दिन पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस ने अजय उर्फ अमजद, उसकी मां, उसके मामा रंगीला, चंगेज खां, फिरोज खां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। कोतवाल नरेश कुमार त्यागी ने बताया कि बृहस्पतिवार को नामजद आरोपी अमजद को गिरफ्तार कराकर चालान करा दिया गया। अन्य आरोपियों की तलाश कराई जा रही है।

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