नीट के जारी हुए परिणाम में इस बार जिले से पांच विद्यार्थियों का चयन उच्च स्तरीय मेडिकल कॉलेजों के लिए हुआ है। परिणाम आते ही विद्यार्थियों के घरों मेें जश्न शुरू हो गया। एक-दूसरे को मिठाई खिलाई गई।
शहर के मोहल्ला खैरूल्लाह शाह निवासी डाॅक्टर सलमान अली के होनहार बेटे इरफ़ान अली ने नीट में 690 अंकों के साथ 5139 वीं रैंक हासिल कर नाम रोशन किया है। उन्होंने उच्च स्तरीय मेडिकल संस्थाओं में एमबीबीएस की सीट पक्की कर ली है। इरफान ने बताया कि उन्होंने प्रथम प्रयास में नीट 2023 में 513 अंक हासिल किए थे, जबकि द्वितीय प्रयास में इस वर्ष 690 अंकों के साथ 5139 वीं रैंक पा कर कामयाबी हासिल की है।
शहर के तिरुपति गोल्डन कॉलोनी के रहने वाले बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षक वीर सिंह की बेटी तृप्ति गंगवार ने पहले प्रयास में ही नीट में 695 अंक हासिल किए। बेटी की इस कामयाबी से घर में जश्न का माहौल है। उनकी मां मीना कुमारी भी बरेली में परिषदीय स्कूल में शिक्षिका हैं।
बल्लभनगर कॉलेानी के रहने वाले ड्रमंड इंटर कॉलेज में तैनात गंगा प्रकाश गंगवार और कंपोजिट विद्यालय गोयल कॉलोनी की शिक्षिका शोभा गंगवार के बेटे कुशाग्र गंगवार ने पहले प्रयास में ही नीट 695 अंकों के साथ पास कर जिले का मान बढ़ाया है। उनके बडे भाई सम्यक गंगवार रूहेलखंड मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस दूसरे वर्ष के छात्र है। बेटे की सफलता से घर में खुशी की लहर है।
इसके अलावा जहानाबाद क्षेत्र के गांव ढकिया के रहने वाले नूर मोहम्मद के बेटे मोहम्मद कामरान ने दो वर्ष कोटा में तैयारी करने के बाद इस साल नीट पास की है। उनको 720 में 665 अंक मिले है। छात्र ने बताया कि उनके पिता खेती-किसानी करते है। वह न्यूरो सर्जन बनना चाहता है।
नीट में घुंघचाई थाना क्षेत्र के गांव कसगंजा निवासी पूर्व प्रधान अजय शुक्ला की पुत्री अन्वी ने 720 में 690 अंक हासिल कर नीट में 4370 वीं रैंक हासिल की। अन्वी ने प्रतिदिन आठ घंटे कड़ी मेहनत कर सफलता हासिल की। अन्वी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता और गुरुजन को देेतीं हैं।