पीलीभीत के जिला महिला अस्पताल आने वाली गर्भवती और बच्चे गर्म पानी के लिए भटकने के लिए मजबूर हैं। अस्पताल प्रशासन ने परिसर में लगे वाटर कूलर को लोहे के जाल में बंद कर दिया। मरीज दूसरे तल पर बने स्नानघर में लगे गीजर का अशुद्ध गर्म पानी पी रहे हैं। शुद्ध पानी के लिए रुपये खर्च कर बोतलबंद पानी खरीदना पड़ता है।महिला अस्पताल में मरीजों को गर्म पानी तो दूर स्वच्छ पेयजल भी नहीं मिल पा रहा। दूसरे तल पर बने वाटर कूलर को ताले में बंद कर दिया गया है। मरीज दूसरे तल पर बने स्नानघर में लगे गीजर का अशुद्ध पानी पीने को मजबूर हैं। वहीं, जिला अस्पताल के मरीज रैन बसेरा में लगे गीजर के पानी का प्रयोग कर रहे हंै। जिन मरीजों को टैंक का पानी होने की जानकारी लगती है, तो वह लोग अस्पताल परिसर में बनी कैंटीन पर रुपये खर्च कर गर्म पानी खरीदते हैं।