मैनपुरी दिव्यांग के खाते से भी एक लाख रुपये डाककर्मियों ने किए साफ

मैनपुरी के प्रधान डाकघर में गबन का एक और मामला सामने आया है। एक दिव्यांग के खाते से डाककर्मियों ने एक लाख रुपये पार कर दिए। जब खाताधारक जांच कराने के लिए प्रधान डाकघर पहुंच तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। अब अधिकारी मामले में कार्रवाई करने के बजाए दबाने में जुटे हुए हैं।

शहर के दीवानी रोड निवासी सहदेव सिंह का प्रधान डाकघर में एक पुराना बचत खाता है। लगभग डेढ़ साल पहले उसने अपने खाते में एक लाख रुपये के करीब धनराशि जमा की थी। इसके बाद सहदेव ने कभी खाते की जांच नहीं कराई। अखबारों के माध्यम से गबन की बात सामने आने के बाद सहदेव ने भी पासबुक की जांच कराने की सोची। दो दिन पहले सहदेव ने जब प्रधान डाकघर पहुंचकर खाते की जांच कराई तो उसके होश उड़ गए। उसके खाते से एक लाख रुपये गायब थे। खाते में केवल 600 रुपये की धनराशि ही शेष थी, जबकि पासबुक में धनराशि एक लाख से अधिक दर्ज है।

इसके बाद प्रधान डाकघर के अधिकारियों को भी मामले की जानकारी दी। लेकिन अधिकारियों ने कोई उचित जवाब नहीं दिया। काफी देर तक परेशान होने के बाद वह बिना रुपयों के ही वापस लौट गया।

पाई-पाई बचाकर जमा किए थे रुपये
सहदेव ने बताया कि उसने पाई-पाई बचाकर अपने खाते में एक लाख रुपये की धनराशि जमा की थी। लेकिन जब जरूरत पड़ने पर वह धनराशि निकालने के लिए पहुंचा तो उसके खाते रुपये बचे ही नहीं थे। अब उसे समझ नहीं आ रहा है कि आखिर वह क्या करे। डाकघर के अधिकारी भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं।

ऐसा कोई मामला संज्ञान में नहीं है। अगर खाते से रुपये गायब हैं तो उसकी आपत्ति प्राप्त की जाएगी। जांच कमेटी जांच रिपोर्ट के बाद कार्रवाई करेगी।
-विवेक प्रताप, पोस्ट मास्टर प्रधान डाकघर।