मैनपुरी के थाना क्षेत्र में स्थित चौकी मैं तैनात चौकी इंचार्ज और कांस्टेबलों पर अमानवीयता के आरोप लगे। आरोप है कि झगड़े की सूचना पर पकड़ के ले गई पुलिस ने चौकी में ले जाकर दो युवकों को जमकर पीट दिया। आरोप है कि छोड़ने के बदले रुपयों की मांग की। पीड़ितों द्वारा रुपए नहीं देने पर पुलिस नें बर्बरता की। दोनों ने अपने शरीर के जख्मों को दिखाया है।
पीड़ितो के शरीर पर चोटों के निशान को दिखाते हुए लोगों ने डीजीपी को भी ट्विटर पर ट्वीट किया है। मामले पर एसपी मैनपुरी ने दो कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर मामले की जांच के आदेश दिए है। मामला बेवर थाना क्षेत्र नवीगंज क्षेत्र में स्थति चौकी का बताया जा रहा है। बताया जा रहा है गांव निवासी आदेश उर्फ पंछी कठेरिया का गाडी और ड्राइवरी को लेकर उसके पड़ोसी विजय कठेरिया से झगड़ा हो गया था।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने झगड़ा कर रहे दोनों पक्षों के दो-दो लोगों को चौकी पर बैठा लिया था। आरोप है की बैठाए गए लोगों को चौकी से छुड़ाने के लिए उनके परिजनों से पैसों की डिमांड की, जिसकी मांग पूरी न होने पर डिमांड लगातार बढ़ती रही
छोड़ने के बदले रुपयों की डिमांड का आरोप
परिजनों का आरोप है मामूली कहांसुनी के झगडे में पुलिस द्वारा पकड़े गए चार लोगों और गाडी को चौकी से छोड़ने के एवज में पुलिसकर्मियों की रिश्वत मांगने की डिमांड 40 हजार रुपयों तक पहुंच गई।
जिसे देने में परिजनों ने असमर्थता जताई। आरोप है कि जब रुपये नहीं दिए तो पीड़ित आदेश और उसके भाई की पुलिसकर्मियों ने कपड़े उतार कर थाने में रखे पटे और बेल्टो से जमकर मारपीट की। उसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों पर लड़ाई झगड़े की धाराओं में चालान कर दिया।
डीजीपी से ट्विटर पर की गई मामले की शिकायत
पीड़ित आदेश के भाई ने पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए उसने कहा जब दो पक्षों में लड़ाई झगड़ा हुआ तो उसके भाई के साथ बेरहमी से मारपीट क्यों की गई। वहीं युवक की पिटाई और उसके शरीर पर आयी चोटों को फोटो के माध्यम से दिखाकर ट्विटर पर डीजीपी और मैनपुरी पुलिस को टैग कर शिकायत की गई है।
हालांकि, ट्विटर पर की गई शिकायत के बाद मैनपुरी पुलिस ने ट्विटर पर अपनी सफाई दी है। इसमें पुलिस ने बताया कि दो पक्षों में लड़ाई झगड़ा हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों पर कार्रवाई की गई है।
मामला तूल पकड़ने के बाद बोले एसपी
मामले पर जानकारी देते हुए एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया चौकी नवीगंज क्षेत्र में आदेश कठेरिया और विजय कठेरिया मैं किसी डीसीएम पर ड्राइवर को रखने के कारण मारपीट हुई थी। दोनों बच्चों की तरफ से मारपीट का मामला बेवर थाना में पंजीकृत किया गया था।
दोनों पक्षों पर 151 की कार्रवाई हुई थी, एक पक्ष विजय कठेरिया द्वारा आरोप लगाया गया है कि गिरफ्तारी के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा उसके साथ मारपीट की गई। जांच की गई तो कांस्टेबल करतार सिंह और लोकेंद्र सिंह को दोषी पाया गया दोनों कांस्टेबलों को लाइन हाजिर कर मामले की संपूर्ण जांच सीओ भोगांव को सौंपी गई है।