यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को जान से मारने की साजिश नाकाम

रूस-यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को जान से मारने की साजिश को नाकाम किया गया है। जेलेंस्की की सुरक्षा में तैनात किए गए दो कर्नल ने ही इसकी प्लानिंग की थी। मंगलवार (7 मई) को दोनों अधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया। इसकी जानकारी यूक्रेन के प्रोसिक्यूटर जनरल ने दी है।
इन दोनों अधिकारियों पर राजद्रोह का केस लगाया गया है। एक पर आतंकवादी कार्रवाई में शामिल होने का भी आरोप लगा है। दावा है कि दोनों आरोपियों को रूस से पैसे और हथियार मिले थे।
दोनों आरोपियों में से एक को रूस की खुफिया एजेंसी (FSB) ने जेलेंस्की की हत्या के लिए दो ड्रोन और आधुनिक हथियार दिए थे। जेलेंस्की की हत्या के लिए आरोपी ये हथियार अपने तीसरे साथी को देना चाहता था, पर साजिश से पहले ही उसे पकड़ लिया गया।
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि इस साजिश में सिर्फ जेलेंस्की ही नहीं बल्कि और भी सीनियर अधिकारी टारगेट पर थे। उन्होंने कहा कि हत्या की कोशिशों की साजिश का खुलासा हो गया है। इसमें यूक्रेन की खुफिया एजेंसी (SBU) के प्रमुख वासिल मालीउक और यूक्रेन के रक्षा खुफिया प्रमुख किरिलो बुडानोव शामिल थे। यूक्रेन की जांच एजेंसी के मुताबिक, FSB का प्लान जेलेंस्की को किडनैप कर बाद में मारने का था।
फरवरी 2022 में रुस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू होने के बाद जेलेंस्की को मारने की कोशिश कई बार रची गई थी। पहली कोशिश अगस्त 2023 में की गई थी। इसमें जेलेंस्की को हवाई हमला कर मारने का प्लान था। तब यूक्रेन के मायकोलाइवएक में रहने वाली यूक्रेनी महिला को गिरफ्तार किया गया था।

पिछले महीने ही एक पोलिश व्यक्ति पर जेलेंस्की को मारने की साजिश का आरोप लगा था। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया था कि इस व्यक्ति ने रूस को पोलैंड एयरपोर्ट की सुरक्षा की जानकारी दी थी। रूस ने इस एयरपोर्ट से यूक्रेन में घुस कर जेलेंस्की पर अटैक करने का प्लान बनाया था।
24 फरवरी 2024 को दो साल पूरे रूस-यूक्रेन जंग को हो गए थे। 2 साल पहले इसी दिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ​ने यूक्रेन पर हमला किया था। पुतिन ने उस समय इसे मिलिट्री ऑपरेशन बताया था। इस हमले में अब तक 40 लाख से ज्यादा यूक्रेनी नागरिकों को देश छोड़ना पड़ा है। ये लोग अब अन्य देशों में रिफ्यूजी की तरह रह रहे हैं। 65 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश में ही बेघर हो गए हैं। यूक्रेन के 10 हजार आम नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 18,500 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन का दावा है कि रूस 3.92 लाख सैनिक गंवा चुका है। इस बीच अमेरिका ने रूस की 500 रूसी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए था। इधर, रूस ने भी यूरोपियन यूनियन (EU) की कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे।