पीलीभीत : महिला स्वयं सहायता समूहों को किया जायेगा प्रोत्साहित।

पीलीभीत : जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे की अध्यक्षता में ‘‘ उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन’’ के कार्यों की समीक्षा बैठक गांधी सभागार पीलीभीत में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तहत जनपद गठित स्वयं सहायता समूहों को अधिक क्रियाशील व उनके उत्पादकों को बढ़ावा देने के दृष्टिगत समस्त बीबीएम को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने क्षेत्र के अन्तर्गत अबतक गठित किये गये महिला स्वयं सहायता समूहों की विस्तृत सूची तैयार की जाये, जिसमें समूह के गठन का वर्ष, उत्पाद का नाम, प्राप्त सीसीएल व आरएफ के साथ वर्तमान स्थिति का उल्लेख किया जाये। योजना की समीक्षा के दौरान सीआईएफ, सीसीएल व बी0सी0सखी के सम्बन्ध में निर्देशित करते हुये कहा कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित किया जाये तथा प्रशिक्षण हेतु अवशेष बी0सी0सखियों का तत्काल प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि समस्त बैंकों को निर्देशित किया जाये स्वयं सहायता समूहों के खाते को तत्काल खोलना सुनिश्चित किया जाये तथा बैंक में समूहों के अध्यक्ष, सचिव व कोषाध्यक्ष को बुलाया जाये अन्य सदस्यों को अनावश्यक न परेशान किया जाये। समस्त डीडीएम को कडे़ निर्देश देते हुये कहा कि ऐसे समूह जिन्होंने गठन के उपरान्त आर्थिक उन्नति की है तथा समूह से अच्छी धनराशि प्राप्त कर रहे है, उनको अन्य समूहों को प्ररेण स्वरूप जानकारी दी जाये। उन्होंने कहा उत्पादक वार समूहों की सूची तैयार होने के उपरान्त एक ही कार्य के समूहों का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि 40 अलग अलग उत्पादक से सम्बन्धित समूहों का मेला आयोजित किया जायेगा, अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले 2 या 3 उत्पाद एक ही तरह के एक स्टॉल में लगाये जायेगें। समूहों को प्रोत्साहित करने हेतु सारस नाम से उनके उत्पादकों की बिक्री हेतु 02 अक्टूबर से दुकान का शुभारम्भ किया जाये। इसके उपरान्त धीरे धीरे प्रत्येक ब्लाक में भी ऐसी दुकानें स्थापित की जायेगी एवं जहां से लोगों समूहों द्वारा निर्मित सामाग्री प्राप्त कर सकेगें। उनके उत्पादकों को भी ई-कामर्स से जोड़ने की कार्यवाही आगे की जायेगी। परियोजना निदेशक को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रत्येक सप्ताह बी0बी0एम0 व डी0डी0एम0 के साथ बैठक कर समूहों की प्रगति की समीक्षा की जाये। इसके साथ ही साथ स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लघु उद्योग, मधुक्खी पालन, हर्बल उद्योग, पशुपालन, जूट उद्योग, खिलौना उद्योग के विकास पर बल दिया।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रशान्त कुमार श्रीवास्तव, ज्वाइंड मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल, परियोजना निदेशक श्री अनिल कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

संवाददाता रामगोपाल कुशवाहा