पीलीभीत : सांसद वरूण गांधी के करीबी रहे पूर्व प्रधान मिलाप सिंह को भ्रष्टाचार के आरोप में सांसद प्रतिनिधि पद से हटाने के बाद सोशल मीडिया पर जमकर कमेंटबाजी शुरू हो गई।
सांसद प्रतिनिधि मिलाप सिंह को हटाने संबंधी पत्र की प्रति जिलाधिकारी के नाम है। इसकी प्रतिलिपि पुलिस अधीक्षक, सीडीओ पीलीभीत और खंड विकास अधिकारी पूरनपुर के नाम की गई है।
बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के गांव लालपुर निवासी पूर्व सैनिक मिलाप सिंह का कहना है, वरुण के समर्थकों द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा कि बरखेड़ा विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी का समर्थन न करें। लेकिन मैंने उनसे साफ मना कर दिया। जिस पार्टी में हूं उसी पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव लड़ाऊंगा।
बता दें पूर्व सैनिक मिलाप सिंह भाजपा सांसद वरुण गांधी के काफी करीबी माने जाते थे, इसीलिए उन्हें सांसद प्रतिनिधि बनाया गया था। अचानक सांसद की ओर से जारी पत्र में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाएं गए हैं। उनका कहना है कि वे भाजपा के सिपाही हैं और बरखेड़ा में भाजपा प्रत्याशी स्वामी प्रवक्ता नंद को चुनाव लड़ा रहे हैं।
उनका आरोप है कि सांसद द्वारा सपा प्रत्याशी को चुनाव लड़ाने का लगातार दबाव बनाया जा रहा था, वे इसके लिए तैयार नहीं हुए, इसीलिए भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर प्रतिनिधि पद से हटाया गया है। सांसद समर्थकों द्वारा गलत आरोप लगाकर उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी हुई है।