पीलीभीत। पुरनपूर अमरैयाकलां में करीब 11 माह से किसी भी सफाई कर्मचारी की तैनाती न होने से गांव की सभी नालियां चोक पड़ी होने से बरसात में मुख्य मार्गों पर जलभराव हो जाता है। गांव के मुख्य मार्गों पर जलभराव होने से संक्रामक रोग फैलने की आंशका बनी हुई है। जागरूक गांव के कुछ जिम्मेदार ग्रामीणों ने अपने आप सफाई व्यवस्था करनी शुरू कर दी है।
मालूम हो कि पंचायत राज विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में सुबह को सफाई करने के लिए सफाई कर्मचारियों की तैनाती की गई है। जबकि गांव अमरैयाकलां में करीब 1350 मतदाता और इसी गांव में एक प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय भी है। विद्यालयों की साफ सफाई व्यवस्था चौपट बनी हुई है। गांव में किसी भी सफाई कर्मचारी की करीब 11 माह से तैनाती न होने से बरसात में गांव की सभी नालियां चोक पड़ी हुई है तथा जगह-जगह गन्दगी फैली हुई है। आसाम हाइवे पूरनपुर से अमरैयाकलां होकर गुजरने बाले मुख्य पक्के मार्ग पर नालियां चोक पड़ी होने से जल निकासी की व्यवस्था न किए जाने से मुख्य पक्के मार्ग पर थोड़ी सी बरसात में ही जलभराव हो जाता है। जलभराव मुख्य मार्ग पर होने से राहगीर एवं ग्रामीण गन्दे पानी से गुजरने को मजबूर है। गांव के मुख्य मार्ग पर पानी का निकास न होने से जलभराव को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी से कई बार शिकायत की गई। मगर पंचायत सचिव ने इस ओर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है। जिस कारण नालियां चोक होने और जलभराव से ग्रामीणों को संक्रामक रोग फैलने की आशंका बनी हुई है। इधर गांव के कुछ जागरूक ग्रामीणों ने सफाई व्यवस्था अब अपने आप करना शुरू कर दी है। जबकि सरकार बच्चों की सेहत और गांव के विकास के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है। मगर जमीनी हकीकत यहां पर कुछ और नजर आ रही है। गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर गांव में सफाई कर्मचारी की तैनाती कराने एवं मुख्य पक्के मार्ग पर जलभराव के निकासी व्यवस्था कराने की मांग की है।