पीलीभीत : हजारा नेपाल बॉर्डर के गांव बैलह ग्राम पंचायत में प्रधान और पंचायत सहायक की मनमानी के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा मुखर हो गया । और सड़क पर एकत्र होकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है । अधिकारियों से मिलकर कार्रवाई की मांग की है ।
आरोप है की पूरनपुर विकास खंड के नेपाल बॉर्डर पर बैलह ग्राम पंचायत फिर सुर्खियों में आ गई है । पूर्व में घोटालों की विभाग अभी तक रिकवरी नहीं करा पाया है । अब नए मामले की ग्रामीणों को जानकारी होने पर गुस्सा मुखर हो गया है । सड़क पर एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन किया है । प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि विकास विभाग की ओर से गांव के 10 सबसे गरीब परिवारों को वेव फार्म पर नाम भरकर भेजना था । इस पर प्रधान अमरीक सिंह और पंचायत सहायक शमशेर सिंह ने अपने रिश्तेदारों को चयनित कर फार्म भर दिए । जिनमें कई ग्रामीण लोग पात्र नहीं है । ट्रैक्टर, मकान और सरकारी नौकरी करने वाले परिवार शामिल हैं । इतना ही नहीं 1 साल पूर्व आई बाढ़ के दौरान कई ग्रामीणों का नुकसान हो गया और जानवर मर गए । किंतु प्रधान ने पीड़ितों की बजाए अपात्रौ से साठगांठ करके लाभ दिलवा दिया गया है । ग्रामीणों ने मामले को लेकर मुख्यमंत्री एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों से मिलकर प्रमाण देकर शिकायत कर कार्यवाही की मांग की है । कार्रवाई न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी है । विरोध करने में प्रमुख रूप से क्षेत्र पंचायत सदस्य जसवंत सिंह, मीराबाई, भजन कौर, सीमा कौर, लड़िको वाई एवं लखमीर सिंह सुरजीत सिंह चरण सिंह, चमन सिंह आदि लोग शामिल है ।