पीलीभीत :कृषि सूचना तंत्र के सृदृढीकरण के अन्तर्गत किसानों को नई तकनीकी से जोड़ा जाये।

पीलीभीत कृषि तन्त्र के सुदृढीकरण तथा कृषक जागरूकता योजनान्तर्गत किसान मेला एवं जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी व भारत सरकार द्वारा भारत के 75वें स्वतन्त्रता दिवस के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे आजादी का अमृत महोत्सव-भारत 75 के अन्तर्गत फसल बीमा की गोष्ठी का आयोजन जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें कृषि, गन्ना, उद्यान, मत्स्य, फसल बीमा, पशुपालन विभाग, अन्य विभिन्न कम्पनियों द्वारा स्टाल लगाये गया जिनका अवलोकन जिलाधिकारी द्वारा किया गया तथा जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषकों द्वारा स्टालों को देखा गया तथा स्टालों पर उपलब्ध कृषि यन्त्रों के बारे में जानकारी ली गयी।
आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी द्वारा किसानों को सम्बोधित करते हुये कहा कि रबी गोष्ठी आये किसान बन्धुओं रासायनिक एवं कीटनाशक आधारित कृषि के स्थान पर जैविक एवं प्राकृतिक कृषि को अपनायें जिससे भूमि की उर्वरकता शक्ति लम्बे समय तक बनी है और आने वाली पीडियां उसका उचित उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि जैविक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने हेतु ब्लाक स्तर पर गोष्ठियों का आयोजन किया जाये तथा जो कृषक भाई जैविक खेती कर रहे है उनके खेतों पर किसानों को ले जाकर अच्छे उत्पादन के सम्बन्ध में जानकारी दी जाये।
उन्होंने कहा कि कृषि से जुडे व्यवसाय भेड पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मत्स्य पालन जैसे व्यवसाय कृषि के साथ साथ करने के प्रेरित किया गया। किसानों को नियमित मृदा परीक्षण कराकर और फसलचक्र अपना कर अधिक से अधिक उत्पादन बढ़ाने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि जनपद में नये नये प्रकार से की जा रही खेती के सम्बन्ध में किसानों को पुराने रवैया को छोड़कर नये ढंग से खेती करने हेतु प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि बदलते जलवायु के साथ साथ खेती को नये तरीको से अपनाये और विविधीकरण की ओर बढे़ जैविक खेती करें, नई नई तकनीकी को किसान भाई अपनी खेती में प्रयोग कर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकेगें और अपनी आय में वृद्वि कर सकेगें।
साथ ही उक्त विभागों के अधिकारियों द्वारा किसान मेले में प्रतिभाग किया गया। गन्ना शोध संस्थान, शाहजहॉपुर एवं टांडा विजैसी, वैज्ञानिकों द्वारा गोष्ठी में उपस्थित कृषको कृषि की विभिन्न विधाओं एवं तकनीकी जानकारियों उपलब्ध कराई गई, जिससे कृषक कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकें। उक्त के अतिरिक्त जितेन्द्र कुमार, डा0 महेन्द्र पाल गंगवार एवं दिलीप कुमार आदि प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्राकृतिक खेती करने के तरीके के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी दी गई। विभिन्न विभागों से आये अधिकारियों द्वारा उर्वरक की उपलब्धता तथा कृषि यन्त्र पर देय अनुदान, फसल बीमा, रबी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने, सिंचाई की विधियों, उर्वरक प्रबन्धन के साथ ही पौध रोग प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी गयी। फसल बीमा योजनान्तर्गत रथी 2022 के अन्तर्गत अधिक क्षतिपूर्ति पाने वाले जनपद के 05 कृषकों, 01 बैंक कार्मिक 01 जन सुविधा केन्द्र एवं 01 कृषि विभाग के कार्मिक को फसल बीमा में उत्कष्ट योगदान के सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किये गये। जिलाधिकारी द्वारा समस्त कृषकों से उन्नत तकनीक से खेती करने के साथ-साथ प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु अपील की। अन्त में अपोह ताक्षरी द्वारा समस्त उपस्थित कृषकों एवं समस्त अधिकारियों का जिलाधिकारी महोद की अनुमति से धन्यवाद मापित करते हुए गोष्टी /किसान मेला समापन किया गया।
आयोजित गोष्ठी में मुख्य विकास अधिकारी, उप कृषि निदेशक, जिला गन्ना अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक डॉ0 ढाका सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।