पीलीभीत माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा विकास कार्यो हेतु की गई घोषणाओं से सम्बन्धित निर्माणाधीन परियोजनाओं के प्रभावी अनुश्रवण, समयबद्व एवं गुणवत्तापरक ढंग से पूर्ण कराने हेतु नामित नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक कार्यालय कक्ष में सम्पन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने ट्रांसमिशन सबस्टशन का निर्माण की की समीक्षा के दौरान अधिशासी अभियन्ता द्वारा अवगत कराया गया कि सब स्टेशन व एक लाइन का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है परन्तु बरेली-अमरिया व अमरिया-पूरनपुर विद्युत लाइन का कार्य अभी पूर्ण नही हुआ है, जिलाधिकारी ने कडे़ निर्देश देते हुये कहा कि कार्यों को तेजी से कराया जाये तथा निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि पूर्ण गई लाइन से विद्युत सप्लाई सुनिश्चित की जाये। जिससे उपभोक्ताओं को अच्छी बोल्टेज की विद्युत पूर्ति की जा सके।
सीएनडीएस द्वारा पूरनपुर में निर्माणाधीन डिग्री कॉलेज की समीक्षा के दौरान संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि धरातल व प्रथम तल का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। प्रथम किस्त का उपयोग करने के उपरान्त यूसी भेजकर द्वितीय किस्त की मांग कर ली जायेगी। उन्होंने कहा कि कार्य को ससमय पूर्ण करना सुनिश्चित किया जाये। बैठक के दौरान योग सेंटर, सेतु निर्माण, चूका में पर्यटन से सम्बन्धित निर्माण कार्य की भी समीक्षा करते हुये सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में ज्वाइंड मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल, अधिशासी अभियन्ता पीडब्लूडी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा 538 चयनित ग्रामों में ठोस तरल अपशिष्ट प्रबन्धन गतिविधियां संचालित किये जाने हेतु डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी ने इस सम्बन्ध में समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि ओडीएफ प्लस योजना के तहत गांवों में स्वच्छता व अपशिष्ट प्रबन्धन के सम्बन्ध में दिये गये शासनादेश के अनुसार समस्त व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जाये। जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि अपशिष्ट प्रबन्धन के तहत प्रत्येक राजस्व ग्राम में ठोस, तरल व प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु कार्य किया जाना है। ठोस व तरल अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु, कम्पोस्ट व वर्मी कम्पोस्ट पिट का निर्माण प्रत्येक राजस्व ग्राम में किया जायेगा। जिसमें गांव के कूडे का प्रबन्धन किया जायेगा, इस हेतु भूमि का चयन किया जाना है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी द्वारा समस्त तहसीदारों को निर्देशित किया गया कि भूमि के चयन में निर्धारित मानकों का ध्यान रखा जाये, भूमि में जलभराव या पेयजल के पास न हो तथा आबादी के बीच में न हो। प्लास्टिक प्रबन्धन हेतु प्रत्येक गांव में विशेष प्रकार की मशीनें स्थापित की जायेगीं। जिनके माध्यम से एकत्र की गई प्लास्टिक को विशेष रूप प्रदान करते हुये अन्य कार्यों में प्रयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत गांव में जल भराव की स्थिति व गन्दे पानी की निकासी हेतु व्यवस्थाऐं की जायेगी। उन्होंने समस्त अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जारी निर्देशों के अनुसार कार्य सम्पन्न कराना सुनिश्चित किया जाये, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। जिसके लिए
बैठक में बैठक में ज्वाइंड मजिस्ट्रेट नूपुर गोयल, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्री देवेन्द्र प्रताप मिश्र, जिला पंचायतीराज अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त तहसीलदार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मंडल संवादाता रामगोपाल कुशवाहा