पीलीभीत : मंत्री/ प्रभारी मंत्री पीलीभीत श्रम, सेवायोजन एवं समन्वय विभाग उ0प्र0 लखनऊ स्वामी प्रसाद मौर्या जी की अध्यक्षता में जिला योजना समिति की बैठक जूम ऐप के माध्यम सम्पन्न हुई। आयोजित बैठक में शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 की जिला योजना के अन्तर्गत जनपद हेतु रू0 29357.00 लाख का परिव्यय निर्धारित किया गया। वर्ष 2020-21 की जिला योजना में रू0 29357.00 लाख के परिव्यय के सापेक्ष रू0 26363.85 लाख की धनराशि अवमुक्त हुयी थी, जिसके सापेक्ष रू0 26355.97 लाख की धनराशि का व्यय किया गया था। इस वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु आज आयोजित बैठक में जनपद के विकास हेतु विभिन्न विभागों द्वारा अपने प्रस्ताव अनुमोदन हेतु प्रस्तुत किये गये। इस वित्तीय वर्ष 2021-22 हेतु शासन द्वारा निर्धारित परिव्यय रू0 29357.00 लाख के सापेक्ष विभिन्न विभागों से प्रस्ताव प्राप्त किये गये थे, जिसमें मुख्य रूप से रोजगार कार्यक्रम के लिये रू0 9973.23 लाख, गन्ना विकास विभाग हेत रू0 1013.89 लाख, सडक एवं पुल के लिए रू0 1058.88 लाख, एलौपेथिक चिकित्सा के लिये रू0 464.62 लाख, प्राथमिक शिक्षा हेतु रू0 234.59 लाख, ग्रामीण आवास के लिये रू0 8289.60 लाख, समाज कल्याण के लिये रू0 4390.98 लाख सम्मिलित हैं।
बैठक के दौरान मा0 प्रभारी मंत्री जी ने जिलाधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन विभागों द्वारा अभी तक अवमुक्त धनराशि का उपभोग नहीं किया गया। अवशेष धनराशि इस वर्ष जोडते हुये विकास कार्यों कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि जिले के विकास के लिए विभागों द्वारा जो प्रस्ताव प्रस्तुत किये गये हैं। उनमें प्राथमिकता वाले कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर सम्पन्न कराये जायेगें। उन्होंने कहा कि जिले के विकास से सम्बन्धित योजनाऐं समय पर पूर्ण की जाये और क्षेत्र में कार्य की महत्ता को देखते हुये पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि चिकित्सीय सुविधाओं से जुडे कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कराया जाये। उन्होंने कहा कि बैठक में सदस्यों द्वारा अवगत कराई गई समस्याओं को प्राथमिकता के आधार निस्तारण किया जाये। गभिया सहराई इण्टर कालेज में अध्यापकों की तैनाती व वहां निर्मित अस्पताल में डाक्टर की तैनाती हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्षा डॉ0 दलजीत कौर, समस्त विधायकगण, जिलाधिकारी पुलकित खरे, मुख्य विकास अधिकारी प्रशान्त श्रीवास्तव, समिति के सदस्यगणों सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।