पीलीभीत मुख्य विकास अधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला गंगा समिति एवं पर्यावरण समिति की बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। गंगा समिति की समीक्षा बैठक के दौरान गोमती नदी के किनारे स्थित 16 ग्रामों में सामुदायिक शौचालय की प्रगति एवं ओडीएफ प्लस के सम्बन्ध में जानकारी ली गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शौचालय के प्रयोग हेतु लोगों को जागरूक किया जाये और निर्देश दिये गये कि जिन ग्रामों में कार्य कराने हेतु धनराशि प्राप्त हो गई है उन ग्रामों में कार्य कराना सुनिश्चित किया जाये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि सरकारी भूमि व तालाबों पर वृक्षारोपण का कार्य कराया जाये। नदी में गन्दे नालों के पानी पर रोक लगाई जाये। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि गोमती नदी के किनारे जैविक खेती को बढावा दिया जाये। इसके साथ ही साथ उन्होंने कहा कि गोमती के समस्त घाटो पर आरती का आयोजन किया जाये।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी द्वारा जिला पर्यावरण समिति की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी द्वारा समस्त अधिशासी अधिकारी को निर्देश दिये गये कि ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु भूमि का चयन कर कार्यवाही कराना सुनिश्चित किया जाये। नगर पालिका पीलीभीत में ठोस अपशिष्ठ एकत्रीकरण के लिए 14 स्थानों पर डलावघर बनवाने हेतु स्थल चिन्हित किये गये थे जिसमें से 04 डलावघर पूर्ण कर लिये गये शेष स्थानों पर डस्टबिन की व्यवस्था कराई है। बीसलपुर में 08 डलावघर का निर्माण किया जा चुका है शेष स्थानों पर डस्टबिन की व्यवस्था की गई है। पूरनपुर में ठोस अपशिष्ठ एकत्रिकरण हेतु 10 स्थान का चिन्हित किये गये जिसमें 01 स्थान पर कार्य पूर्ण किया जा चुका है व 07 स्थानों पर बडे डस्टबिन की व्यवस्था कराई गई। जहानाबाद में डलवाघर का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। कलीनगर में 01 स्थल का चयन किया गया है। बिलसण्डा में भूमि का चयन का चयन किया जा चुका है। बरखेडा में ठोस अपशिष्ठ एकत्रिकरण हेतु कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बैठक के नगर पालिका पीलीभीत, बरखेडा, बिलसण्डा में ठोस अपशिष्ट के अन्तिम निस्तारण हेतु एमआरएफ सेन्टर का निर्माण कराया जा चुका है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये गये जिन नगर पालिकाओं/नगर पंचायत में एमआरएफ सेन्टर का निर्माणाधीन में उनमें तेजी लाने के निर्देश दिये गये। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जनपद में स्थित पार्कों तथा आवासीय सोसाइटी में जनित वेस्ट बायो कम्पोस्ट बनाये जाने हेतु कम्पोस्टिंग पिट की भी समीक्षा गई। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा एआरटीओ को निर्देशित करते हुये कहा कि प्रदूषण के प्रति जन जागरूकता कार्यक्रम करायें और लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाये तथा ओवर लोडिंग वाहनों की नियमित चेकिंग करने के निर्देश दिये गये। उन्होंने समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि बैटरी वाहनों के प्रति लोगों को प्रोत्साहित किया जाये। समस्त अधिशासी अधिकारी चार्जिंग स्टेशन की व्यवस्था उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने समस्त अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये गये नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों में पार्किंग स्थलों पर बोर्ड लगवाना सुनिश्चित करें।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी (वि./रा.), डीएफओ सामाजिक वानिकी, मुख्य चिकित्साधिकारी,एआरटीओ, डीसी मनरेगा, जिला पंचायतराज अधिकारी सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।