पीलीभीत :विभिन्न विभागों में बकायादारों की जारी की गई सूची, धनराशि जमा करने के उपरान्त ही लड़ सकेगें पंचायती चुनाव।

पीलीभीत: जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी श्री पुलकित खरे द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में अपर मुख्य अधिकारी द्वारा जिला पंचायत व अन्य विभागों द्वारा जनपद में बकायादारों की सूची जारी की गई है। पंचायती चुनाव में लड़ने हेतु सम्बन्धित बकायादारों को आदेयता प्रमाण पत्र प्राप्त करने हेतु बकाया धनराशि जमा करने के उपरान्त ही निर्गत किया जायेगा। अपर मुख्य अधिकारी द्वारा जिला पंचायत में बकायादारों की संख्या व धनराशि की सूची ब्लाक वार जारी की गई है, जिसमें मरौरी ब्लाक के 325 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 2366858, विकासखण्ड अमरिया के 619 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 3342796, विकासखण्ड बरखेडा के 332 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 2009788, विकासखण्ड बीसलपुर के 392 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 1983999, विकासखण्ड पूरनपुर के 222 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 5056023, विकासखण्ड बिलसण्डा के 78 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 881400, विकासखण्ड ललौरीखेडा के 516 बकायादारों की कुल धनराशि रू0 4444010 के जिला पंचायत में बकायादार हैं। इस प्रकार जिला पंचायत के अन्तर्गत जनपद में कुल 2484 बकायादारों का रू0 20084874 बकाया है। इन बकायादारों या उनके परिवार का कोई सदस्य तभी पंचायती चुनाव में किसी पद हेतु चुनाव लड सकेगा जब अपना बकाया जमा करके आदेयता प्रमाण पत्र प्राप्त करेगा। इस प्रकार जनपद के अन्य विभागों द्वारा भी बकायादारों की सूची व धनराशि जारी की गई है। जिसमें सहकारिता विभाग द्वारा 8841 बकायादारों का कुल रू0 16080.39 लाख, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी विभाग द्वारा 502 बकायादारों का कुल रू0 401.89 लाख, जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा 120 बकायादारों का कुल रू0 29.90 लाख, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा 105 बकायादारों का कुल रू0 8.76 लाख, जिला पंचायतराज विभाग द्वारा 100 बकायादारों का कुल रू0 24.20 लाख, परियोजना निदेशक, डी0आर0डी0ए0 द्वारा 72 बकायादारों का कुल रू0 72.20 लाख, जिला पूर्ति विभाग द्वारा 9 बकायादारों का कुल रू0 16.90 लाख, उप कृषि निदेशक विभाग द्वारा 7 बकायादारों का कुल रू0 0.98 लाख, उपायुक्त मनरेगा विभाग द्वारा 6 बकायादारों का कुल रू0 2.90 लाख एवं एलडीएम पीलीभीत द्वारा 1 बकायादार का कुल रू0 6.33 लाख की सूची जारी की गई है।

रिपोर्ट रामगोपाल कुशवाहा पीलीभीत