पीलीभीत पूरनपुर। डीएम पुलकित खरे के लगातार प्रयास से गोमती उद्गम स्थल का रोजाना नया लुक देखा जा रहा है। यहां दिन से ज्यादा रात में गोमती का प्राकृतिक सौंदर्य देखा जा रहा है। गोमती उद्गम स्थल विकसित होने के साथ इसकी अविरल धारा बहाने के भी प्रयास होने चाहिए। लखनऊ की शान बढ़ाने वाली गोमती नदी का उद्गम स्थल कलीनगर तहसील के माधोटांडा में है। यहां से निकलने के बाद गोमती शाहजहांपुर, सीतापुर के बाद कई जनपदों की शोभा बढ़ाते हुए लखनऊ में विकराल स्वरूप में नजर आती है। उपेक्षा के चलते गोमती नदी सिर्फ उद्गम स्थल तक ही सिमट कर रह गई है। तत्कालीन डीएम अखिलेश मिश्र और एसडीएम पुष्पा देवरार के प्रयास से गोमती उद्गम स्थल पर जन सहयोग से काफी कार्य हुए। गोमती पूरनपुर व कलीनगर तहसीलों के 33 गांवों से होकर गुजरती है। डीएम के प्रयासों से उद्गम पर काशी की तर्ज पर रोजाना आरती हो रही है।
चकबंदी के बाद गोमती की निकलने वाली जमीन को खेतों में मिला दिया गया। इससे गोमती की अविरल धारा कैसे बनेगी, उसके बारे में भी विचार किया जाना है। उद्गमस्थल पर ही गोमती की प्यास नहीं बुझा रही है तो फिर अविरल धारा कैसे बहेगी यह भी चिंता करने वाली बात है। सौन्दर्य करण के साथ अब गोमती उद्गम स्थल केवल द्वारा बहाने के भी प्रयास होने चाहिए। झील के आगे बने नाले पर अतिक्रमण होने से अविरल धारा बहने में दिक्कत आ रही है। प्रशासन को नाले को कब्जा मुक्त कराने का अभियान चलाना चाहिए। रविवार पूरनपुर प्रेस क्लब के पत्रकारों ने उद्गम स्थल का आलौकिक नजारा देखा। गोमती भक्त निर्भय सिंह ने उद्गम स्थल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यहां प्राकृतिक सौंदर्य का अवलोकन नजारा देख सभी ने काफी सुख शांति की अनुभूति की। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के तहत विगत 20 मार्च को पहले चरण में पचास लाख रुपये की मंजूरी देकर गोमती विश्राम गृह बनाने को मंजूरी दी। मुख्यमंत्री ने स्वयं वर्चुअल शुभारंभ भी किया। कार्य की जिम्मेदारी आवास विकास संस्था को दी गई। प्रस्ताव में दूसरे चरण में दो कमरे 50 किलोवाट सोलर पैनल लगाने का भी कार्य शामिल है। विश्राम गृह के बन जाने से क्षेत्र के अलावा दूरदराज से आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। गोमती उद्गम स्थल पर विश्राम गृह का निर्माण जारी है। कार्यदायी संस्था को गुणवत्ता के साथ समय से कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वयं भी कार्य पर नजर रख रहे हैं। गोमती उद्गम स्थल पर बना फन जोन बच्चों से लेकर बूढ़े को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। यहां पक्षी विहार में चिड़ियों की चहचहाहट से सुख की अनुभूति होती है। बाघ, हिरन, मोटू पतलू की जोड़ी सहित अन्य सजीव चित्रण पर्यटकों को अपनी और आकर्षित कर रहे हैं। लोग इनके साथ बिना सेल्फी लिए अपने आप को रोक नहीं पाते हैं। फन जोन में बच्चों की रेलगाड़ी पर बड़े भी मस्ती कर रहे हैं। फन जोन संचालन पूरनपुर के ऋषभ अग्रवाल कर रहे हैं। उद्गम स्थल पर आने वाले पर्यटकों के लिए दो कैंटीनों का संचालन हो रहा है। यहां उचित दामों में फास्ट फूड के अलावा भोजन की पूरी व्यवस्था है। कैंटीनो का संचालन दिव्या शाह और रायल किंगडम की ओर से किया जा रहा है। फिर देर किस बात की अपने मित्र व परिवार के साथ गोमती उद्गम स्थल के दर्शन कर कैंटीन मैं स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद लें। इस मौके पर अध्यक्ष योगेश वर्मा महामंत्री शैलेंद्र शर्मा व्यस्त, कोषाध्यक्ष शादाब अली, उपाध्यक्ष विकास सिंह, देव नारायण तिवारी, संगठन मंत्री मीनू बरकाती, ऑडिटर रामकरन शर्मा, मीडिया प्रभारी राधा कृष्ण कुशवाहा, आय व्यय निरीक्षक शिवम शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य फूल बाबू, शाहरुख खान, शिवम यादव, एहतसामुल हक, फैजान खान, दिनेश कुमार, अरुन शर्मा, हारून, मोईन, इशाक अली, रामगोपाल कुशवाहा ,आजाद सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।