जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने बाढ़ के दृष्टिगत नानक सागर, वनबसा बैराज एवं दूनी बैराज पर मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने नानक सागर, वनबसा बैराज एवं दूनी बैराज के निर्माण के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने नानक सागर, वनबसा बैराज एवं दूनी बैराज बाढ़ के पानी के वर्षा के समय में कितना कितना स्टोरेज किया जाता है उसे संबंध में अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड एवं अधिशासी अभियंता सिंचाई से जानकारी प्राप्त की। इसके साथ ही साथ उन्होंने बैराजों एवं नानक सागर से निकलने वाली नदियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। अधिशासी अभियंता द्वारा अवगत कराया गया बैराजों का पानी जल स्तर बढ़ने पर कैलाश नदी, देवहा नदी एवं शारदा नदी में छोड़ जाता है। बरसात के दिनों में बाढ़ के दृष्टिगत नदियों के निचले स्तर पर रहने वाली आबादी को जिला प्रशासन के माध्यम से अलर्ट कर दिया जाता है एवं बैराजों से छोड़े जाने वाले पानी की जानकारी भी दी जाती है। इसके साथ ही उन्होंने दूनी बैराज पर बाढ से बचाव हेतु चल रहे कार्य जैसे जियो बैग व पिचिंग के कार्यों को देखा एवं गुणवत्ता परखी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट में स्वीकृत किए गए कार्यों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान अधिशासी अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त परियोजना शासन द्वारा भूमि के कटान को सुरक्षित करने हेतु स्वीकृति की गई है, जिसके अंतर्गत पिचिंग जियो बैग व परक्यूपाइन का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने निर्देश देते हुये कहा कि अवशेष कार्य को समय से पूर्ण कराना सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य गुणवत्तापरक व पूर्ण पारदर्शिता के साथ सम्पन्न किये जाए। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियन्ता शारदा सागर खण्ड बृजेश कुमार पोरवाल, अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड सहित अन्य उपस्थित रहे।