पीलीभीत :विनोबा सेवा आश्रम के 43वें स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया

शाहजहांपुर गांव के व्यक्ति की सेवा बिना किसी पक्षपात के करना आश्रम का धर्म जैसा बन गया क्षेत्र के तमाम बेरोजगार युवको को काम देना आज का सबसे बड़ा पुनः काम है। सरकार की योजनाओं को पात्र व्यक्तियों को लाभ दिलाना यह भी सेवा का ही एक आयाम है। गांव के लोगों का जीवन सुधारना बहुत बड़ी तपस्या है उक्त विचार विनोबा सेवा आश्रम के 43वें स्थापना दिवस समारोह के मुख्य अतिथि अवधेश कुमार वर्मा शिक्षा के क्षेत्र में जिन्होने एक अलख जागाने का काम किया है। वर्मा ने विनोबा सेवा आश्रम के 42 वषों के कामों को याद करते हुए कहा कि यहां क्षेत्र में जो विकास दीख रहा है वह आश्रम के तपस्वी कार्यकर्ताओं के महनत का फल है चाहें शिक्षा, स्वाबलम्बन, स्वास्थ्य का क्षेत्र हो या सभी क्षेत्रों में आश्रम की भूमिका सराहनीय रही है। गो सेवा के काम में भी आश्रम अग्रणी रहा है।
जमुना लाल बजाज पुुरस्कार से सम्मानित और महिला शिरोमणि पुरूस्कार से सम्मानित श्रीमती विमला बहन ने अपने अद्वितीय सम्बोधन में 42 साल पहले का जीवन याद करते हुए भावुक होकर कहा कि क्षेेत्र में कक्षा 5 पास तक बालिकांए नहीं थी। स्वास्थ्य का काम घर घर पहुंचाने व साक्षर महिलाओं का सहयोग लिया गया। आज प्रत्येक घर में इण्टर पास बालिकाएं बालिकाएं दीखना ही आश्रम के किये गये कामों का दस्तावेज है। स्वाबलम्बन के काम को आश्रम ने हजारों महिलाओ को काम देकर शसक्त बनाया आज आश्रम लोगों के बीच में पुल का काम कर रहा है।
विशिष्ट अतिथि एंव कार्यक्रम के सूत्रधार समाज सेवी ओमकार मनीषी ने कहा कि हम सबने अपनी आखों से आश्रम की शून्य से अनन्त की यात्रा देखी है जिसमें तमाम संघर्ष आये हैं उन सभी कठिनाइयों को विनोबा जी के सिद्वान्त सत्य प्रेम करूणा पर चल कर निवारण किया आश्रम का सम्मान जनपद से चलकर जय जगत को स्पर्ष किया है। शाहजहांपुर उसका साक्षी है।
सभी का स्वागत आश्रम के संस्थाप रमेश भइया ने करते हुए कहा यह मंजिल अन्त नही है क्योंकि शुरूआत है आश्र की नई पीढ़ी ने आश्रम के कार्यों को गति देना शुरू किया है आश्रम के साथ टीम भावना से काम करें तो सभी ऊंचाई चढ़ना कठिन नही है।
समारोह को सर्वेश कुमार वर्मा नेहरू युवा मण्डल, विजेन्द्र वर्मा एडवोकेट, विशशन कुमार, श्यामपाल सिंह, अखलाक खान, मुदित कुमार, आषा सक्सेना, दिव्या सक्सेना, हरिजन सेवक संघ दिल्ली की प्रतिनिधि सीना शर्मा, के.पी. सिंह, कमला सिंह, अखिलेश उपाध्याया, कुसुमा, ममता, अनुराग तिवारी, संदीप मिश्रा, अनिल सिंह, ब्रम्हदेव ने भी सम्बोधित किया। आश्रम की ओर से मुख्य अतिथि के कर कमलों द्वारा गो सेवा के लिए राजपाल सिंह, मिथलेश यादव, पंकज मिश्रा, राम बाबू सिंह, सुरेन्द्र पाल, रिजवान हैदर, प्यारे लाल यादव, वेदपाल सुमन, कौषल कुमार, जेडी अग्निहोत्री, दिनेश सक्सेना, अषोक सिंह तथा अमर सिंह को सम्मानित किया गया।
आश्रम की प्रगति आख्या सचिव मोहित कुमार ने प्रस्तुत की तथा धन्यबाद आश्रम के वित्त प्रबन्धक अजय श्रीवास्तव ने दिया।