पीलीभीत : जिलाधिकारी पुलकित खरे द्वारा आज नगर क्षेत्र स्थित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान गांधी स्टेडियम स्थित सुनगढ़ी, देशनगर, तखान व उच्च प्राथमिक विद्यालय चौकी मंशा सिंह में मिशन कायाकल्प के कार्यों, शिक्षा की गुणवत्ता सहित विभिन्न मानकों की जांच की गई। विद्यालय में अध्यापकों की उपस्थिति की जांच के दौरान समस्त विद्यालयों में शिक्षक उपस्थित पाये गये, चौकी मंशा सिंह विद्यालय में अध्यापिका श्रीमती मंजू सिंह व शिक्षामित्र आरती सक्सेना अवकाश पर पाई गई। कायाकल्प के कार्यों के निरीक्षण के दौरान देशनगर में दो दिनों से कार्य बन्द पाये जाने पर तत्काल ईओ से कार्य प्रारम्भ करवाने हेतु निर्देशित किया गया। विद्यालयों में शौचालय व हैण्डवाश में पानी की उपलब्धता की जांच के दौरान प्राथमिक विद्यालय चौकी मंशा में पानी व बच्चों के हाथ धुलने हेतु साबुन आदि व्यवस्था न पाये जाने पर प्रधानाध्यापक को तत्काल व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने सभी विद्यालयों में अध्यापकों को निर्देशित करते हुये कि प्रतिदिन सुबह में बच्चों को एसम्बली में स्वच्छता के प्रति सचेत करें। इस दौरान रसोईघर में बन रहे मिड-डे-मिल के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुये मेन्यू के अनुसार गुणवत्ता पूर्ण भोजन उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी द्वारा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पुस्तकालय, बच्चों की खेल सामग्री, पेयजल व्यवस्था, पोषण क्यारियां, रसोईघर, शिक्षक डायरी व बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता की जांच की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने लाइब्रेरी से बच्चों को उपलब्ध कराई जा रही पुस्तकों से सम्बन्धित रजिस्टर की जांच के साथ साथ बच्चों से खेल सामाग्री उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में बच्चों से जानकारी ली गई। सभी अध्यापकों को विद्यालयों में पोषण वाटिका तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया। विद्यालयों में चल रही कक्षाओं में जाकर जिलाधिकारी ने छात्र/छात्राओं से उनकी कक्षा के स्तर के अनुसार शैक्षिक गुणवत्ता परखा एवं जांचा गया। प्राथमिक विद्यालय सुनगढी में गणित विषय के शिक्षण कार्य के दौरान बच्चों को पढ़ाये जा रहे लेशन प्लान से जानकारी ली गई तथा बच्चों से ब्लैकबोर्ड पर प्रश्नों के उत्तर लिखवाकर जांच की गई। इस दौरान रिया, मोनिका, मोहित गणित व उपासना, राय कुमार, कीर्ति से हिन्दी के प्रश्न पूछे जाने पर सही जवाब दिया गया। इस दौरान अध्यापकों को बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चा जिस कक्षा का है उस स्तर का ज्ञान दिया जाये तथा बच्चों को छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से भी बताया जाये तथा प्रतिदिन बच्चों को खरीदी गई खेल सामाग्री खेलने हेतु उपलब्ध कराई जाये उसको अल्मारी में बन्द कर न रखी जाये। पुस्तकों को बच्चों को प्रतिदिन पढ़ने हेतु प्रेरित किया जाये, कमजोर श्रेणी के बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने कहा कि विद्यालय में कराये जा रहे कायाकल्प के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करायें।
इस दौरान उप जिलाधिकारी एवं विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/अध्यापकगण उपस्थित रहे।