गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कवियों ने गुरु की महत्ता बताते हुए काव्य पाठ किया। इस अवसर पर देवनागरी उत्थान परिषद के अध्यक्ष पंडित राम अवतार शर्मा को सम्मानित किया गया। देर रात तक काव्य की रसधार प्रवाहित होती रही।
पूरनपुर के शिव शक्ति धाम मंदिर के प्रांगण में आयोजित देवनागरी उत्थान परिषद की काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता पंडित राम अवतार शर्मा और संचालन डॉक्टर निराजना शर्मा ने किया। इस अवसर पर काव्य पाठ करते हुए पंडित राम अवतार शर्मा मुक्तक पढा- जिनकी कृपा मात्र से सुलभ सदा सुरधाम है, परम ब्रह्म का बोध कराना जिनका गुरुतर काम है। बिन गुरु नहीं मिला कभी ज्ञान का लेश भी, वंदनीय उन पद पदमों में मेरा कोटि प्रणाम है। उन्होंने एक दूसरा पृथ्वीपुर की महिमा पड़ा वरिष्ठ कवि आलोक मिश्र ने काव्य पाठ करते हुए गुरु की महिमा बखान की। देव शर्मा विचित्र, अमिताभ मिश्र, निराजना शर्मा, पंडित अनिल शास्त्री व सतीश मिश्र अचूक ने भी काव्य पाठ किया। समापन पर कार्यक्रम अध्यक्ष व अधिकांश कवियों के काव्यगुरु पंडित राम अवतार शर्मा को अंग वस्त्र भेंट करके व तिलक लगाकर स्वागत सम्मान किया गया और उनके कार्यों की सराहना की गई। हर्षित मिश्र, शिवा पांडेय सहित कई लोग मौजूद रहे।