पीलीभीत:शिकायत पर एसपी ने सीओ को सौंपी जांच

पीलीभीत। सेहरामऊ थाना पुलिस का रवैया जनता के अलावा पत्रकारों के प्रति ठीक नहीं है। क्षेत्र में हो रही घटनाओं की खबर छपने से तिलमिलाए दरोगा ने पत्रकार पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी। मामले की भनक लगने पर पत्रकारों ने पुलिस कप्तान से शिकायत की। इस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी जताकर मामले की जांच सीओ को सौंपी है। एक दिन पहले भी जनता से दुर्व्यवहार के मामले में एसपी ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया था।
सांप को रस्सी और रस्सी को सांप बनाने की कहावत पुलिस के बारे में ही कही जाती है। लोग इसका यह अर्थ लगाते हैं कि पुलिस डंडे के जोर पर स्याह को सफेद और सफेद को स्याह कर देती है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पुलिस और प्रशासनिक अमले से पत्रकारों के प्रति अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दे रहे हैं। अभी बलिया में पत्रकारों के प्रति थाने में दुर्व्यवहार का मामला शांत नहीं हुआ था। कि पीलीभीत के थाना सेहरामऊ की चौकी गढ़वाखेड़ा के चौकी इंचार्ज पवन कुमार क्षेत्र में हो रही गतिविधियों की खबर प्रकाशित होने से तिलमिला गए। आइए हम आपको पूरा मामला बताते हैं सेहरामऊ क्षेत्र के गांव गोरा निवासी एहतसामुल हक लखनऊ से संचालित एक अखबार के रिपोर्टर हैं। वह अन्य मीडिया संस्थानों के लिए भी खबरें भेजते हैं। पिछले कुछ माह से गढ़वा खेड़ा चौकी क्षेत्र में चोरी मारपीट चेतन अपराधिक गतिविधियों की उन्होंने खबरें प्रकाशित की। चौकी इंचार्ज को यह सब नागवार लगा और वह ऐसाम उल हक के खिलाफ कार्यवाही करने का षड्यंत्र रचने लगे कुछ दिन पहले युवक की बासु पूर्व में स्थित ससुरालियों के बीच बस में विवाद हुआ चौकी इंचार्ज ने इस मौके का फायदा उठाकर एनसीआर में उसका नाम बना दिया। इसके बाद एक ही एनसीआर पर युवक पर गुपचुप तरीके से गुंडा एक्ट की कार्यवाही कर दी। इस पूरे मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी योगेश कुमार का भी अहम रोल रहा। कुछ दिन पहले युवक को जब पूरे मामले की वजह लगी तो उसके होश उड़ गए। पत्रकार ने पूरा मामला पूरनपुर प्रेस क्लब के समक्ष रखा। इस पर संगठन के लोगों ने एसपी से मिलकर दरोगा की करतूतों की शिकायत की इस पर पुलिस कप्तान ने पूरे मामले में नाराजगी जताकर मामले की जांच पूरनपुर सीओ वीरेंद्र विक्रम सिंह को दी गई।

Report: Ramgopal Kushwaha