पूरनपुर क्षेत्र के संकुल भगवन्तापुर में मासिक बैठक का आयोजन प्राथमिक विद्यालय भगवन्तापुर में किया गया | एआरपी सुरेश गंगवार एवं बेचेलाल तथा नोडल शिक्षक सूर्य प्रकाश गंगवार द्वारा माँ सरस्वती प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित और माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया | बुधवार को हुयी बैठक के प्रारंभ में सर्वप्रथम संकुल शिक्षक पवन कुमार ने अपने आशीष वचन से बैठक में उपस्थित सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं का मार्गदर्शन किया। इसके उपरांत संकुल शिक्षक केशव कुमार ने प्रेरणा लक्ष्य ऐप रीड लॉन्ग ऐप तथा दीक्षा ऐप के बारे में जानकारी प्रदान की । संकुल शिक्षक आदेश शर्मा द्वारा ई-लर्निंग एप्स के प्रयोग को बढ़ाने पर चर्चा किया गया | संकुल शिक्षक बुधराम द्वारा भाषा और गणित शिक्षा में उपचारात्मक शिक्षण के संबंध में चर्चा की गयी |
बैठक में अमित श्रीवास्तव ,संतोष,पूरनलाल,रामपाल यादव ,मुकेश ,सौरभ ,अर्जुन,दीपक भारती,अमित बंसला,आनंद,अनुज ,मुकेश बाबु ,सचिन,निधि,पारुल गंगवार ,अख़लाक़,रजत,प्रदीप यादव नुपुर पाण्डेय आदि शिक्षकों द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए व नई-नई बातों को अपने साथियों के साथ बांटा गया ।
नोडल शिक्षक सूर्यप्रकाश गंगवार द्वारा भाषा और गणित शिक्षा में उपचारात्मक शिक्षण के संबंध में एवं प्रेरणा लक्ष्य,सूची एवं तालिका पर चर्चा की गयी | एआरपी बेचेलाल ने विस्तार पूर्वक अपने संबोधन में बताया कि विभाग में चल रहे कार्यों तथा उनके संपादन में किस प्रकार से शिक्षक अपना योगदान दे सकते हैं तथा शिक्षक बंधु किस प्रकार से बच्चों के साथ सहज होकर शासन द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं को उनके मुकाम तक पहुंचाया जा सकता है | एमडीएम डाटा फॉर्म ,नवीन कायाकल्प पत्र इत्यादि बिंदुओं पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की।
एआरपी सुरेश गंगवार ने बताया कि बच्चों को किस प्रकार कविताओं कहानियों तथा खेल के माध्यम से विद्यालय तथा शिक्षकों के साथ जोड़ा जा सकता है | उन्होंने अपने संबोधन में अनेकों उदाहरण भी दिए कि किस प्रकार बच्चों को पढ़ाया जा सकता है। डमरू वाली कहानी का उदाहरण देते हुये सभी को साथ साथ कार्य करने का सुझाव दिया | पुस्तकालय,प्रिंट रिच मैटेरियल इत्यादि के उपयोग पर चर्चा किया | कार्यक्रम में टीएलएम का आयोजन संकुल शिक्षक पवन कुमार के द्वारा किया गया जिसमें सभी शिक्षकों द्वारा टीएलएम का प्रदर्शन किया गया |
कार्यक्रम के अंत में नोडल शिक्षक सूर्यप्रकाश गंगवार ने अपने संबोधन में सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त करते हुये उनका उत्साहवर्धन किया तथा हार्दिक बधाई दी | पूरी सत्यनिष्ठा व कर्मठता के साथ सभी साथियों को कार्य करने के लिए उत्साहित किया