पीलीभीत पूरनपुर। क्षेत्र में फर्जी नर्सिंग होम क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है। अभी तक मिलीभगत के चलते फर्जी क्लीनिक और नर्सिंग होम संचालित हो रहे थे। पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य विभाग ने सख्ती शुरू कर दी है। कई दिनों से स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चला रहा है।
पूरनपुर में भी पिछले कई वर्षों से बिना दस्तावेज और डॉक्टरों के अक्षय मेमोरियल नर्सिंग होम संचालित हो रहा था। लगभग एक पखवाड़े पहले यह एसीएमओ हरिदत्त नेमी ने इस क्लीनिक का निरीक्षण किया था जिसमें पंजीकरण के दस्तावेज आधे अधूरे मिले थे। इसके अलावा नर्सिंग होम में मरीजों का उपचार करने वाला डॉक्टर भी नदारद था। शुक्रवार को अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिदत्त नेमी, एसडीएम राकेश गुप्ता, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अजीज हसन अंसारी अक्षय मेमोरियल नर्सिंग होम जांच करने पहुंचे। इस दौरान पंजीकरण के दस्तावेज तो सही पाए गए लेकिन नर्सिंग होम में मरीज भर्ती कर उपचार किया जा रहा था जबकि डॉक्टर गायब थे। क्लीनिक का संचालन करने वाले डॉक्टर प्रवीण से जब भर्ती मरीजों का उपचार करने वाले डॉक्टर के बारे में जानकारी ली गई तो वह कुछ नहीं बता सके। इस पर एसडीम की मौजूदगी में जांच-पड़ताल के बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया गया। क्लीनिक का शटर बंद कर ताला लगाते हुए उस पर सरकारी मुहर लगा दी गई। जानकारी लगते ही पूरनपुर के कई डॉक्टर और मेडिकल संचालक भी वहां पहुंच गए। बताया जा रहा है मेडिकल की आड़ में पिछले काफी समय से नर्सिंग होम का फर्जी तरीके से संचालन किया जा रहा था।