पूरनपुर-पीलीभीत। गोकशी को पुलिस रिकार्ड से गायब करने के लिए पुलिस ने नया फण्डा एख्तियार कर लिया हैं, अब गोकशी के मामलों पर पूरी तरह पर्दा डाल दिया जाता हैं।कोतवाली पूरनपुर क्षेत्र गोकशी का केन्द्र बिन्दु माना जाता हैं, वर्तमान में भी भैंस के मांस की बिक्री की आड़ में बड़ी मात्रा में गोमांस बिक्री किया जाता हैं। हालांकि गोकशी में कोई कमी नहीं हैं, लेकिन पुलिस ने काम करने का तरीक बदल दिया हैं। बताया जाता हैं ऑनरिकार्ड गोकशी के आंकड़े कम करने के लिए पुलिस ने नया फंडा निकाला हैं। गोकशी के मामलों को अन्य अपराधों की श्रेणी में लाकर कार्रवाई की जा रही हैं। प्रदेश सरकार गोकशी के सख्त खिलाफ हैं और आरोप सिद्ध होने पर बड़ी कार्रवाई होना तय माना जाता हैं। तत्कालीन निरीक्षक केशव कुमार तिवारी के कार्यकाल में गोकशी करने वालों पर रासुका लगाने से लेकर सम्पत्तियों की कुर्की की गयी। अब पुलिस ने बीच का रास्ता निकाल लिया हैं और गोकशी करने वालों को पूरी राहत देते हुए तमंचा, चरस आदि में जेल भेजकर गोकशी के आंकड़ो को मात दी जा रही हैं। दूसरी ओर आरोपित पर रहम करने का दिखावा करते हुए हर माह लाखों रूपये की वसूली होती हैं। शेरपुर कलां में घरों के अंदर पशुओं का वध और मांस बिक्री का धंधा खुलेआम चलता हैं। रोड पर बनी एक पंचर की दुकान में पुलिस कर्मी बैठकर पूरे मामले की जानकारी रखते है और मांस बिक्री करने वालों से धन वसूली न आने पर कार्रवाई की जाती हैं।
रिपोर्ट :रामनिवास कुशवाहा