पीलीभीत :पूरनपुर झगड़े की शिकायत लेकर थाने पहुंचे फरियादी की शिकायत न सुनकर पुलिस कर्मी ने पिटाई लगा दी गई। इसके बाद में ग्रामीण ने कोतवाली में हंगामा काटा तो उसे अस्पताल भेजकर उपचार कराया गया कोतवाली क्षेत्र के गांव सुआबोझ के रहने वाले कालीचरन का गांव के ही कुछ लोगों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। विवाद बढ़ गया और उक्त लोगों ने ग्रामीण की जमकर पिटाई लगा दी। ग्रामीण किसी तरह दबंगों के चंगुल से छूटकर कोतवाली पहुंचा। कोतवाली में ग्रामीण ने मारपीट की रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही। लेकिन कार्रवाई के वजाए कास्टेबल/मुंशी ने फरियादी को थाने से भगा दिया था थोड़ी देर बाद ग्रामीण फिर थाने पहुंचा और कांस्टेबल से शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग की। इसपर कास्टेबल भड़क गया और फरियादी कालीचरन के साथ मारपीट कर दी। इतना ही नहीं कास्टेबल ने ग्रामीण के सिर पर रजिस्टर मारकर उसे घायल कर दिया। मारपीट के बाद ग्रामीण ने थाने में जमकर हंगामा काटा। इसके बाद फरियादी को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया पुलिस ने बताया पुलिस रिकार्ड फरियादी कालीचरन के साथ मारपीट करने के बाद पुलिस ने उसे अपराधी करार दिया हैं और पुलिस रिकार्ड के पन्ने भी अधिकारियों को पढ़ाने का काम बखूबी किया गया हैं। पुलिस के अनुसार ग्रामीण के खिलाफ कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा शराब बिक्री में भी लिप्त हैं। अब सवाल यह उठता हैं कि क्या ग्रामीण किसी मामले में वांछित था, अगर नही तो पुलिस को आम फरियादी की तरह उसकी भी मदद करनी चाहिए थी ना कि उसके साथ र्दुव्यवहार करना भी गलत था। पुलिस के इस कृत्य की घोर निंदा की जा रही हैं।
रिपोर्ट रामनिवास कुशवाहा