पीलीभीत। समाधान विकास समिति के तत्वावधान में शुक्रवार को कंपोजिट विद्यालय नखाशा में विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक अमित कुमार व समिति के संसाधित व्यक्ति लक्ष्मी कांत शर्मा ने विद्यार्थियों को खाद्य सुरक्षा से जुड़ी अहम जानकारियाँ दीं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लक्ष्मी कांत शर्मा ने बताया कि हर वर्ष 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य खाद्य जनित जोखिमों को रोकने, पहचानने व उनके प्रभावी प्रबंधन के प्रति समाज को जागरूक करना है, ताकि मानव स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि, कृषि उत्पादन, बाजार की उपलब्धता, पर्यटन तथा सतत विकास जैसे क्षेत्रों में सुरक्षित भोजन की भूमिका सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने कहा कि यह केवल विज्ञान की जानकारी नहीं है, बल्कि वैज्ञानिकों द्वारा विकसित दिशा-निर्देशों और सलाहों को व्यवहार में लाकर ही भोजन को सुरक्षित बनाया जा सकता है। खाद्य सुरक्षा की जिम्मेदारी व्यक्तिगत स्तर से लेकर प्रशासनिक व्यवस्था तक की होती है। जनपद स्तर पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा समय-समय पर दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं, जिनका पालन करना हम सभी का कर्तव्य है। यदि किसी स्तर पर सुरक्षा में चूक दिखाई देती है, तो उसकी जानकारी संबंधित विभाग को दी जानी चाहिए।
कार्यक्रम में जागरूकता बढ़ाने हेतु पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें सुमन मंडल, रेखा मंडल और शिवांगी ने शानदार प्रदर्शन कर प्रतिभा का परिचय दिया। प्रतिभागियों को संतुलित व संतृप्त आहार की महत्ता के बारे में भी जानकारी दी गई।
वरिष्ठ शिक्षक अमित कुमार ने समाधान विकास समिति द्वारा चलाए जा रहे अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से न केवल छात्रों को बल्कि आमजन को भी सुरक्षित भोजन के महत्व को समझने में सहायता मिलती है।
कार्यक्रम के समापन पर समिति द्वारा खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को और अधिक गति देने का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ, अभिभावकगण व बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। रि हरिओम राठौर
पीलीभीत:समाधान विकास समिति के तत्वावधान में छात्रों को दिया गया सुरक्षित आहार व खाद्य जोखिमों की जानकारी
